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शॉपिंग मॉल का पुराना होर्डिंग हालिया बताकर भ्रामक दावों के साथ वायरल

हमने पाया कि यह तस्वीर न तो हाल की है और न ही कर्नाटक की है.

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सोशल मीडिया पर सीएमआर (CMR) शॉपिंग मॉल के होर्डिंग की बताई जा रही एक तस्वीर वायरल है. यूजर्स दावा कर रहे हैं कि इस होर्डिंग को हाल ही में कर्नाटक में देखा गया है.

क्या कहता है वायरल पोस्ट ? : दावा है कि कर्नाटक का ये मॉल उन मुसलमानों को 10-50 प्रतिशत की छूट दे रहा है जो किसी भी हिंदू लड़की के साथ खरीदारी करने आएंगे.

हमने पाया कि यह तस्वीर न तो हाल की है और न ही कर्नाटक की है.

इस पोस्ट का अर्काइव यहां देखें

(सोर्स - X/स्क्रीनशॉट)

यह पोस्ट फेसबुक और X (पूर्व में ट्विटर) दोनों पर खूब शेयर की जा रही है.

इस तरह के दावों के अन्य आर्काइव यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

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सच क्या है ?: वायरल हो रही तस्वीर 2019 से इंटरनेट पर है और इसे कर्नाटक में नहीं बल्कि तेलंगाना में लगाया गया था. होर्डिंग में दरअसल रमजान के त्योहार पर छूट की पेशकश की गई थी.

हमने सच का पता कैसे लगाया ?: हमने वायरल पोस्ट पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया जिसमे हमें 'सिंह अजीत' नाम के एक X यूजर द्वारा अपलोड की गई उसी होर्डिंग की एक तस्वीर मिली.

यह तस्वीर जून 2019 में एक कैप्शन के साथ अपलोड हुई थी, जिसमें लिखा था, "#Boycott CMR shopping mall."

हमने पाया कि यह तस्वीर न तो हाल की है और न ही कर्नाटक की है.

यह पोस्ट 4 जून 2019 को अपलोड की गई थी.

(सोर्स: X/स्क्रीनशॉट)

होर्डिंग पर क्या लिखा था?: गूगल ट्रांसलेट की मदद से यह तस्वीर चेक पर हमने पाया कि होर्डिंग में 'CMR शॉपिंग मॉल' में रमजान के मौके पर 10 से 50 प्रतिशत तक की छूट के बारे में बताया गया है.

  • होर्डिंग के नीचे हमें तेलंगाना के कई शहरों के नाम मिले. इससे हमें यह संकेत मिला कि ये पोस्टर कर्नाटक नहीं बल्कि तेलंगाना के हो सकते हैं.

हमने पाया कि यह तस्वीर न तो हाल की है और न ही कर्नाटक की है.

सिद्दीपेट और महबूबनगर तेलंगाना के शहर हैं.

(सोर्स: गूगल ट्रांसलेट/स्क्रीनशॉट)

हमें 31 मई 2019 को CMR शॉपिंग मॉल के फेसबुक हैंडल द्वारा पोस्ट किया गया एक बयान मिला. इसमें "गलती" के लिए माफी मांगी गई थी और कहा गया था कि वह "सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और बिना किसी पूर्वाग्रह के हर समुदाय का सम्मान करते हैं."

हमने पाया कि यह तस्वीर न तो हाल की है और न ही कर्नाटक की है.

यह बयान मई 2019 में शेयर किया गया था.

(स्रोत: फेसबुक/स्क्रीनशॉट)

CMR आंध्र प्रदेश ने होर्डिंग से खुद को अलग कर लिया था: Google Lens की मदद से की गई पड़ताल में हमें इनके फेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया एक बयान मिला. जिसमें कहा गया था कि यह विज्ञापन उनका नहीं है और इसे किसी दूसरे संगठन द्वारा शेयर किया गया है.

  • यह पोस्ट 31 मई 2019 को शेयर की गई थी.

निष्कर्ष: जाहिर है तेलंगाना के एक पुराने होर्डिंग को कर्नाटक का बताकर, हाल ही में लगाया गया होर्डिंग बताकर गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.

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