सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि साल 1818 में भारत मुद्गा के सिक्के पर एक तरफ राम और एक तरफ कमल का फोटो था . दावे के साथ सिक्के की दो तस्वीरें भी शेयर की जा रही हैं. वेबकूफ की पड़ताल में ये दावा फेक निकला.
दावा
दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार ने वीडियो शेयर कर लिखा - यह एक संयोग ही है जो 1818 मैं जो दो आने का सिक्का होता था उसमें एक तरफ श्री राम जी का दरबार अंकित था और दूसरी और कमल का फूल बना हुआ था जय श्री राम.
फेसबुक पर भी फोटो इसी दावे के साथ वायरल है, कई लोगों ने इसे शेयर किया है
पड़ताल में हमने क्या पाया
गूगल पर ‘Two anna coins with Hindu deity’ कीवर्ड सर्च करने से हमें ‘coinquest.com’ वेबसाइट मिली. वेबसाइट पर दी गई जानकारी से पता चलता है कि ये सिक्के ईस्ट इंडिया कंपनी या सरकार की तरफ से जारी नहीं किए गए थे.
ये सिक्के तीर्थयात्री खरीदते थे, एक अच्छे प्रतीक के रूप में. इन सिक्कों का इस्तेमाल मुद्रा (करेंसी) के रूप में नहीं होता था .
हमने भारतीय रिजर्व बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर वह सभी वैद्य सिक्के ( लीगल टेंडर) देखे जो भारत में जारी हो चुके हैं. ऐसा कोई सिक्का हमें नहीं मिला, जैसा कि वायरल मैसेज में दावा किया गया है.
रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर भारत के इतिहास के ऐसे किसी सिक्के का रिकॉर्ड नहीं है, जिसमें हिंदू प्रतीक और कमल का फूल हो. मतलब साफ है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा झूठा है.
साल 2019 में भी द क्विंट इस दावे की पड़ताल कर चुका है.
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