(क्विंट हिंदी के अर्काइव से हम इस स्टोरी को फिर से पब्लिश कर रहे हैं. पहली बार ये स्टोरी 08 Jul 2021 को पब्लिश की गई थी. अब सोशल मीडिया फिर इन स्क्रीनशॉट्स को राहुल गांधी के बयान का बताकर शेयर किया जा रहा है)
सोशल मीडिया पर कई एडिटेड तस्वीरों का एक सेट वायरल हो रहा है. इसे इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि ABP News ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर एक बुलेटिन चलाया है. और ये बुलेटिन उनकी उस टिप्पणी को लेकर चलाया गया है, जब उन्होंने कथित तौर पर कहा कि उनके पूर्वज और वो मुस्लिम हैं.
वायरल हो रही इन एडिटेड तस्वीरों में से एक के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा है, ''पाकिस्तान की मदद करना जरूरी है और हम ये जरूर करेंगे.''
हालांकि, हमने पाया कि ये वायरल तस्वीरें ऑफिशियल ABP News बुलेटिन की फोटो को एडिट कर बनाई गई हैं. साथ ही, चैनल ने ऐसे विजुअल नहीं चलाए. यह दावा साल 2021 के बाद 2023 में भी वायरल किया जा चुका है. अब इसे एक बार फिर फिरल किया जा रहा है, जिसका अर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है.
क्या है दावा: ? वायरल हो रही 4 तस्वीरों में से एक में लिखे टेक्स्ट के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस मुस्लिमों की है और उनकी ही रहेगी.
हमारी पड़ताल में हमनें क्या पाया?: हमें ABP News की ओर से शेयर किया गया नवंबर 2018 की एक ट्वीट मिला. इस ट्वीट में वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट्स का इस्तेमाल कर चैनल की ओर से बताया गया था कि ये विजुअल चैनल ने नहीं चलाए.
चैनल ने ये भी बताया था कि वायरल विजुअल उनके ऑफिशियल टेम्प्लेट के साथ छेड़छाड़ करके बनाए गए हैं.
इसके बाद, हमने वायरल तस्वीरों की ABP News के 2018 के एक ऑफिशियल बुलेटिन से तुलना की. हमें दोनों के फॉन्ट में काफी अंतर नजर आया.
वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट में से एक में हिंदी में 'कांग्रेस' शब्द लिखा हुआ है. ऑफिशियल न्यूज बुलेटिन से इसकी तुलना करने पर हमने पाया कि शब्द की स्पेलिंग गलत है. कांगेस की जगह कोंग्रेस लिखा हुआ है.
हमने ABP News के 'Breaking News' वाले टेम्प्लेट को भी ध्यान से देखा और पाया कि वायरल फोटो में दिखने वाला 'Breaking News' टेम्प्लेट और ABP News के टेम्प्लेट में फर्क है.
क्या है राहुल गांधी की कथित टिप्पणी पर 2018 विवाद
जुलाई 2018 में, एक विवाद तब खड़ा हो गया जब एक उर्दू दैनिक Inquilab ने छापा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस एक "मुस्लिम पार्टी" थी.
बीजेपी ने तब कांग्रेस नेता को सवालों के घेरे में लिया था. जिसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि उनमें और उनकी पार्टी में सभी लोगों के लिए प्यार है और लोगों की जाति या धर्म कोई मायने नहीं रखती.
प्रियंका चतुर्वेदी, जो उस समय कांग्रेस से जुड़ी थीं, ने न्यूजपेपर की इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था.
इतिहासकार इरफान हबीब ने भी ट्वीट करके इस बारे में बताया था कि वो भी इस मीटिंग मे मौजूद थे और ''ऐसा कोई मुद्दा आया ही नहीं था.''
इस बीच Inquilab के लिए रिपोर्ट लिखने वाले पत्रकार मुमताज आलम रिजवी ने तब न्यूज एजेंसी ANI से कहा था कि कांग्रेस को राहुल गांधी के बयान से पीछे नहीं हटना चाहिए था.
रिजवी ने कहा था, ''अगर BJP ने हमें मुस्लिम पार्टी बना दिया है तो हां हम मुस्लिम पार्टी हैं. क्योंकि इस देश में मुसलमान कमजोर हैं और कांग्रेस हमेशा कमजोर के लिए खड़ी होती है. उन्होंने जो कहा, उसमें कुछ भी गलत नहीं है. इसलिए, कांग्रेस को इस मामले में रक्षात्मक नहीं होना चाहिए.
ABP News ने भी इस 2018 के इस मामले को कवर किया था. हालांकि, ऐसा कोई कंटेंट न्यूज चैनल की ओर से प्रसारित नहीं किया गया था, जैसा कि वायरल स्क्रीनशॉट में दिख रहा है.
मतलब साफ है कि कई सोशल मीडिया यूजर्स ने ABP News के बुलेटिन की एडिट की हुई तस्वीरें शेयर की हैं जिनमें राहुल गांधी के नाम से गलत बयान दिख रहे हैं.
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