एंकर: फ़बेहा सय्यद
कैमरापर्सन: अतहर राथर, शिव कुमार मौर्या
वीडियो एडिटर: पूर्णेन्दु प्रीतम
वीडियो प्रोड्यूसर: स्निग्धा नलिनी ओरिया
(वीडियो देखने से पहले आपसे एक अपील है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और असम में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए हम एक विशेष प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर संसाधनों का इस्तेमाल होता है. हम ये काम जारी रख सकें इसके लिए जरूरी है कि आप इस प्रोजेक्ट को सपोर्ट करें. आपके सपोर्ट से ही हम वो जानकारी आप तक पहुंचा पाएंगे जो बेहद जरूरी हैं.
धन्यवाद - टीम वेबकूफ)
Covid के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के मामले दुनियाभर में बढ़ रहे हैं. भारत में भी इसके कई मामले सामने आए हैं. ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना का प्रकोप न झेलना पड़े इसलिए जरूरी है कि वैक्सीन लगवाई जाए, लेकिन फिर भी कई लोगों में इसे लेकर झिझक और डर है. लोगों के मन में टीके के साइड इफेक्ट को लेकर कई भ्रम हैं.
क्विंट की वेबकूफ टीम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऐसे कई दावों की पड़ताल कर रही है, जिनसे वैक्सीन को लेकर लोगों की झिझक और बढ़ सकती है.
टीचर दीदी की क्लास में एक्सपर्ट डॉ. अश्वनी सेत्या कोरोना वैक्सीन और इसके साइड इफेक्ट से जुड़े आपके सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं. फिर चाहे वो ये सवाल हो कि टीका लगवाने से आंखों की रोशनी कम हो जाती है या फिर दिमाग में खून जम जाता है? डॉ. सेत्या ने इनके साथ-साथ टीका लगने से शरीर में सूजन आ जाने जैसे बाकी दूसरे भ्रामक सवालों के भी जवाब दिए.
सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले हर मैसेज को सच न मानें, टीचर दीदी की क्लास में वैक्सीन के साइड इफेक्ट से अपने सारी शंकाओं को दूर कीजिए.
(ये स्टोरी द क्विंट के कोविड-19 और वैक्सीन पर आधारित फैक्ट चेक प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए शुरू किया गया है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)