(ये वीडियो देखने से पहले आपसे एक अपील है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और असम में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए हम एक विशेष प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर संसाधनों का इस्तेमाल होता है. हम ये काम जारी रख सकें इसके लिए जरूरी है कि आप इस प्रोजेक्ट को सपोर्ट करें. आपके सपोर्ट से ही हम वो जानकारी आप तक पहुंचा पाएंगे जो बेहद जरूरी हैं.
धन्यवाद - टीम वेबकूफ)
वीडियो एडिटर: राजबीर सिंह
बच्चों के स्कूल खुल गए हैं. ऐसे में माता-पिता की चिंताएं हैं कि वो अपने बच्चों को कोराना वायरस (Corona Virus) के खिलाफ कैसे सुरक्षित रखें, उनके बीमार पड़ने पर किन चीजों का ध्यान रखें. इसके अलावा, बच्चों के टीकाकरण को लेकर भी माता-पिता के मन में कई तरह के सवाल हैं. जानते हैं इन सब सवालों के जवाब में मेदांंता हॉस्पिटल के डॉ. मनिंदर धालीवाल ने क्या कहा.
डॉ. धालीवाल ने अपने जवाब की शुरुआत 'महत्व' से की. उन्होंने इस शब्द का मतलब समझाते हुए कहा
म से मास्क जरूर पहनें, ह से हाथों की सफाई का ध्यान रखें, त से तबीयत खराब होने पर स्कूल न जाएं और व से वैक्सीन जरूर लगवाएं.डॉ. मनिंदर सिंह धालीवाल एसोसिएट डायरेक्टर, पीडीऐट्रिक्स, मेदांता हास्पिटल
डॉ. धालीवाल ने बताया कि बच्चों का खेलना और 8 घंटे की नींद दोनों ही जरूरी हैं. साथ ही, पौष्टिक खाना और खूब सारा पानी भी बहुत जरूरी है, ताकि बच्चे अंदर से मजबूत रहें.
बच्चों के बीमार होने पर क्या करें और क्या न करें
इस सवाल के जवाब में डॉ. ने बताया कि
बीमार होने पर बच्चों को स्कूल न भेजें.
ज्यादा बुखार होने पर बच्चों को ज्यादा कपड़े न पहनाएं. इससे बुखार दिमाग में चढ़ सकता है
ठंडे पानी के बजाय साधारण पानी की पट्टियां करें
पल्स ऑक्सीमीटर को बच्चों के पांव के अंगूठे पर लगाएं, ताकि सही रीडिंग्स आएं.
पुराने प्रिस्क्रिप्शन को कॉपी करने की बजाय, डॉ. से सलाह लें.
कोविड वैक्सीन से बच्चों में कैसे साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं
डॉ. धालीवाल ने बताया कि वैक्सीन का बच्चों में अब तक कोई बड़ा साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है. इससे बच्चों को थकावट, हल्का बुखार, वैक्सीन लगाने वाली जगह पर दर्द जैसे साइड इफेक्ट ही होते हैं. इसलिए, इनसे घबराने की बजाय वैक्सीन जरूर लगवाएं.
डॉक्टर धालीवाल ने बताया कि अगर आपका बच्चा पहले से किसी बीमारी से ग्रसित है. जैसे कि उसे एलर्जी है या उसे अस्थमा है तो ऐसे बच्चों को वैक्सीन लगवाने से पहले डॉ. की सलाह जरूर लें.
इसके अलावा, डॉ. धालीवाल ने बताया कि अगर बच्चे को पहले कोविड हो चुका है तो भी उसे वैक्सीन जरूर लगवाएं, लेकिन कोविड होने के 3 महीने बाद. धालीवाल आगे कहते हैं कि ''अगर बच्चों को लॉन्ग कोविड के लक्षण हैं तो तुरंत अपने डॉ. से सलाह जरूर लें.''
बच्चों के वैक्सीनेशन से पहले और बाद इन बातों का रखें ध्यान
बच्चों को अगर कोई बीमारी है तो, वैक्सीन लगा रहे हेल्थ वर्कर को बताएं
खाली पेट कोरोना वैक्सीन न लगवाएं
टीका लगने के बाद थोड़ा बैठ जाएं और आराम करें. तुरंत खड़े न हों.
(ये वीडियो द क्विंट के कोविड-19 और वैक्सीन पर आधारित फैक्ट चेक प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए शुरू किया गया है.)
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