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लोगों को घरों में रखने के लिए रूस में छोड़े गए शेर? फेक है फोटो

सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही है ये फोटो 

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दावा

दुनियाभर में कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जॉन हॉपकिन्स ट्रैकर के मुताबिक, रूस में अब तक COVID-19 के 360 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.

अब, कई सोशल मीडिया यूजर्स की तरह ब्रिटिश बिजनेस मैगनेट ऐलन शुगर ने भी ट्विटर पर एक न्यूज बुलेटिन की फोटो शेयर की, जिसमें दावा किया गया है कि कोरोनावायरस के कहर के बीच, रूस में लोगों को घरों में रखने के लिए सड़कों पर 500 शेर छोड़े गए हैं

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इस ट्वीट को अब तक 28,000 लाइक्स और 6,000 से ज्यादा अकाउंट रीट्वीट कर चुके हैं.

सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही है ये फोटो 

फेसबुक और ट्विटर पर कई यूजर्स ने इसी दावे के साथ फोटो को शेयर किया.

सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही है ये फोटो 
सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही है ये फोटो 
सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही है ये फोटो 

द क्विंट को ये सवाल उसकी WhatsApp हेल्पलाइन पर मिला.

सच या झूठ?

ये दावा गलत है.

इस फोटो को 'ब्रेक यू ऑन न्यूज' टेंपलेट के जरिए बनाया गया है और ये किसी भी जाने-माने न्यूज ऑर्गनाइजेशन के बुलेटिन का हिस्सा नहीं है. दूसरा, शेर की ये तस्वीर 2016 की है और मेट्रो न्यूज के मुताबिक, ये साउथ अफ्रीका के जोहांसबर्ग में खींची गई थी.

हमें जांच में क्या मिला?

इस फोटो को 'ब्रेक यू ऑन न्यूज' टेंपलेट के जरिए बनाया गया है. इस टेंपलेट पर हेडलाइन और टिकर लिखा जा सकता है.

हमने इस टेंपलेट के जरिए खुद की 'ब्रेकिंग न्यूज' क्रिएट की, जिसमें हेडलाइन में 'कोरोनावायरस महामारी' और टिकर पर 'कोरोनावायरस के भारत में 400 से ज्यादा केस' लिखा. इस टेंपलेट पर किसी भी फोटो को अपलोड कर डिसप्ले पर लगाया जा सकता है.

सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही है ये फोटो 
इस टेंपलेट के जरिए हमने ब्रेकिंग न्यूज बनाने की कोशिश की
(फोटो: Altered By Quint Hindi)
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शेर की फोटो कहां से आई?

हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की, जिसके बाद हमें यूके की न्यूज वेबसाइट मेट्रो का 2016 में पब्लिश हुआ एक आर्टिकल मिला, जिसमें यही फोटो इस्तेमाल की गई थी.

आर्टिकल के मुताबिक, ये फोटो साउथ अफ्रीका के जोहांसबर्ग की है और फोटो में शेर का नाम कोलंबस है, जो एक लोकल फिल्म प्रोडक्शन का था. रिपोर्ट में कहा गया है, "जोहांसबर्ग रोड्स एजेंसी (JRA) के मुताबिक, फिल्मिंग की अनुमति नहीं दी गई थी और सड़कों को बंद करने की अनुमति लेने से पहले शहर में शेर को छोड़कर फिल्म कंपनी ने रिस्क लिया है. "

इससे साफ है कि एक पुरानी फोटो और ब्रेकिंग न्यूज जेनरेटर के जरिए रूस के बारे में गलत खबर फैलाई गई.

कोरोनावायरस को लेकर कई तरह की बातें सोशल मीडिया पर शेयर हो रही हैं. क्विंट के वेबकूफ टीम ने कई दावों का फैक्ट चेक किया है. वेबकूफ की सभी स्टोरी यहां पढ़ी जा सकती हैं.

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