दावा
देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के साथ अफवाहें और फेक न्यूज भी काफी बढ़ गई हैं, जिससे लोगों की चिंता बढ़ रही हैं.
इसी बीच, दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी डॉक्टरों ने कोरोनावायरस का इलाज खोज निकाला है, और एक दवा की फोटो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है.
वायरल मैसेज में लिखा है, “बड़ी खुशखबरी! कारोना वायरस वैक्सीन तैयार . इंजेक्शन लगाने के 3 घंटे के भीतर रोगी को ठीक करने में सक्षम. अमेरिकी वैज्ञानिकों को सलाम. अभी ट्रम्प ने घोषणा की है कि रोशे मेडिकल कंपनी अगले रविवार को वैक्सीन लॉन्च करेगी, और लाखों खुराक इससे तैयार किया जाएगा !!! # Covid_19india #Corona
क्विंट ने जब इसकी पड़ताल शुरू की तो मुख्य रूप से तीन सवाल सामने आये
- क्या डॉक्टरों ने सही में कोरोनावायरस का इलाज खोज निकाला है?
- क्या ट्रम्प ने घोषणा की है कि रोशे मेडिकल कंपनी अगले रविवार को वैक्सीन लॉन्च करेगी?
- ये जो फोटो वायरल हो रहा है क्या वो उसी दवा का है.
हम एक-एक कर इसकी पड़ताल करते हैं.
1.कोरोनावायरस का इलाज
अभी तक इस बीमारी का कोई इलाज नही है मगर कई डॉक्टर और रिसर्चर इसके इलाज की संभावनाओ को तलाश रहे हैं.
2. क्या ट्रम्प ने कोई घोषणा की?
शनिवार, 21 मार्च को डोनॉल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया-''हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन और एज़िथ्रोमाइसिन का कॉम्बिनेशन मेडिसिन की दुनिया में बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है. एफडीए ने ये बड़ा काम कर दिखाया है- थैंक्यू. इन दोनों एजेंट को तत्काल प्रभाव से इस्तेमाल में लाना चाहिए, लोगों की जान जा रही है.'' मतलब साफ है, ट्रम्प ने कोई घोषणा नहीं की.
3. क्या ये तस्वीर थी दवा की है?
नहीं, ये दवा नही बल्कि कोरोनावायरस टेस्टिंग किट की फोटो है. 'COVID-19 IgM / IgG' कीवर्ड से गूगल सर्च करने पर हम रे बायोटेक की वेबसाइट पर पहुंचे.
वेबसाइट में साफ तौर पर लिखा है कि ये प्रोडक्ट कोरोनावायरस का पता लगाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली डायग्नोस्टिक किट है.
क्विंट की पड़ताल में पता चला है कि कोरोना का इलाज खोजने का दावा झूठा है.
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