वीडियो एडिटर : शुभम खुराना
प्रोड्यूसर : तरुण जैन
सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि 18 साल के ऊपर की महिलाएं पीरियड्स के 5 दिन पहले और 5 दिन बाद तक कोविड वैक्सीन न लगवाएं, क्योंकि इससे उनकी इम्यूनिटी पर असर हो सकता है.
हमने कई गायनोकॉलजिस्ट से इस दावे को लेकर बात की. उन सभी ने इस वायरल दावे को गलत बताया. उन्होंने कहा, ''अगर आप प्रेग्नेंसी प्लान नहीं कर रही हैं तो पीरियड्स के दौरान, उससे पहले या उसके बाद वैक्सीन लगवा सकती हैं. पीरियड्स की वजह से वैक्सीनेशन को रोकना नहीं है.''
दावा
वायरल हो रही फोटो के साथ शेयर किए जा रहे मैसेज में दावा किया जा रहा है कि पीरियड्स के दौरान इम्यूनिटी बेहद कम हो जाती है. इसलिए, महिलाओं को पीरियड्स के 5 दिन पहले और 5 दिन बाद तक वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए.
मैसेज में लिखा है ''वैक्सीन की डोज लेने पर पहले इम्यूनिटी घटती है, बाद में इम्यूनिटी बढ़ती है. इसलिए, पीरियड्स के दौरान वैक्सीन लगवाने से संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है.''
कई लोगों ने इस फोटो को इसी दावे के साथ ट्विटर पर शेयर किया है. इनका आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं. क्विंट की WhatsApp टिपलाइन पर इस दावे से जुड़ी कई क्वेरी भी आई हैं.
पड़ताल में हमने क्या पाया?
वायरल मैसेज में इम्यूनिटी, पीरियड्स और इम्यूनिटी के बीच संबंध और पीरियड्स के दौरान वैक्सीन लगवाने से जुड़े जो दावे किए गए हैं, उन सबकी पड़ताल एक-एक करके करते हैं.
दावा 1: पीरियड्स के दौरान वैक्सीनेशन का इम्यूनिटी पर असर
हमने इस बारे में कई गायनोकॉलजिस्ट से बात की. उन्होंने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया.
फोर्टिस लाफेम में गायनोकॉलजिस्ट डॉ. अंजिला अनेजा ने वायरल मैसेज में किए गए दावों को फेक बताया. उन्होंने कहा, ''अगर आप प्रेग्नेंसी प्लान नहीं कर रही हैं तो पीरियड्स के दौरान, उससे पहले या उसके बाद वैक्सीन लगवा सकती हैं. पीरियड्स की वजह से वैक्सीनेशन को रोकना नहीं है.''
हमने एसएलजी हॉस्पिटल में कंसल्टेंट गायनोकॉलजिस्ट डॉ. सुवर्णा राय से भी बात की जिन्होंने इन दावों को मिथ बताया.
दावा 2: वैक्सीन से इम्यूनिटी घटती है
क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस गलत दावे की पहले पड़ताल की है कि कोविड 19 वैक्सीन लगवाने से इम्यूनिटी घटती है. हमें ऐसी कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली जिससे पुष्टि होती हो कि वैक्सीन लगवाने से इम्यूनिटी में कमी आती है.
ICMR के सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च इन वायरोलॉजी के प्रमुख रह चुके डॉ. जैकब टी जॉन ने वेबकूफ टीम को बताया था कि ये दावा पूरी तरह से गलत है.
‘’कई रिसर्च के मुताबिक वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी नहीं है, लेकिन इससे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. अगर किसी व्यक्ति को संक्रमण नहीं हुआ है, तो उसे कोविड 19 का संक्रमण होने का खतरा भी कम हो जाता है. वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद शरीर की इम्यूनिटी कम होने का दावा पूरी तरह से गलत है.’’डॉ. जैकब टी जॉन, वायरोलॉजी में ICMR के सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च के पूर्व प्रमुख
कई डॉक्टर्स ने ट्विटर पर इस भ्रामक दावे को बताया गलत
डॉ. कपाड़िया के साथ-साथ कई एक्सपर्ट ने ट्वीट करके इन भ्रामक जानकारी के बारे में आगाह किया है.
सरकार ने हाल में घोषणा की है कि 1 मई से 18 साल के ऊपर के लोग वैक्सीन लगवा सकेंगे. ऐसे में इस तरह की भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही हैं. ये दावा भी उन दावों जैसा है जिन्हें बिना किसी प्रमाण या डेटा के शेयर किया जा रहा है.
मतलब साफ है कि ये दावा झूठा है कि पीरियड्स के दौरान या उसके पहले और बाद में वैक्सीन लगवाने से, कोविड संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
(येे स्टोरी द क्विंट के कोविड-19 वैक्सीन से जुड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए शुरू किया गया है.)
(इस आर्टिकल से डॉ मुंजाल कपाड़िया की टिप्पणी हटाने के लिए आर्टिकल को एडिट किया गया है. क्विंट के संज्ञान में डॉ मुंजाल के साल 2010 में किए गए कुछ ऐसे ट्वीट आए, जिन विचारों को हम सही नहीं मानते. लिहाजा हमने इस प्लेटफॉर्म से उनकी टिप्पणियों को वापस लेने का फैसला किया है.)
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