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‘फलों में इंजेक्शन से थूक लगा रहे शख्स’ वाला वायरल वीडियो फेक है 

सोशल मीडिया पर किया जा रहा है ये दावा

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दावा

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिखने वाला शख्स कोरोना वायरस महामारी के इस समय में फलों में इंजेक्शन के जरिए अपना थूक डाल रहा है.

इस वीडियो को नफरती दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिखने वाला शख्स मुस्लिम है. वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ शख्स को पीट रही है और उससे सवाल कर रही है कि क्या उसका कोरोना वायरस फैलाने का प्लान है.

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इस वीडियो को इस मैसेज के साथ शेयर किया जा रहा है: "इंजेक्शन में थूक भर भर कर फलों में लगा रहे थे मुस्लिम, वीडियो वायरल"

इस वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर इसी दावे के साथ काफी यूजर्स ने शेयर किया है.

सच या झूठ?

ये वीडियो दिल्ली के बवाना का है, और जिस दावे के साथ ये शेयर किया जा रहा है, वो एकदम गलत है. बवाना एसीपी ने क्विंट को बताया कि ये घटना 4 अप्रैल की है और वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम दिलशाद (महबूब अली) है. भोपाल में एक जमात में शामिल हो कर लौटने के बाद लोगों ने उससे मारपीट की.

एसीपी ने आगे बताया कि शख्स का अभी तक कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव नहीं आया है.

हमें जांच में क्या मिला?

हमने यूट्यूब पर 'मुस्लिम कोरोना थूंक' कीवर्ड्स के साथ सर्च किया, और एक वीडियो मिला जो 7 अप्रैल को अपलोड किया गया था. इसका कैप्शन था: 'Corona||बवाना से मिला है ये। थूक को इंजेक्शन से फ्रूट्स में भरकर कोरोना फैलाने की तैयारी थी'

ये वीडियो इस बात की ओर इशारा कर रहा था कि ये दिल्ली के बवाना का है.

क्विंट से बात करते हुए, बवाना के एसीपी ने कहा कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा एकदम गलत है और ये घटना 4 अप्रैल की है. उन्होंने कहा, "वो इंजेक्शन के जरिए फलों में अपना थूक नहीं डाल रहा था."

“वीडियो में जो शख्स दिखाई दे रहा है, उसकी पहचान दिलशाद (महबूब अली) के तौर पर हुई है, और ये घटना कुछ दिन पहले की है. वो मध्य प्रदेश के भोपाल में एक जमात में शामिल होने गया था और वापस बवाना आया. उसे दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अभी तक वो COVID-19 पॉजिटिव नहीं है.”
एसीपी बवाना

एसपी ने हमें बताया कि शख्स से मारपीट करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

हमने दिल्ली पुलिस के पीआरओ अनिल मित्तल से भी बात की, जिन्होंने क्विंट को बताया कि तीन लोगों पर आईपीसी की धारा 323, 341, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.

उन्होंने आगे बताया कि महबूब अली पर भी लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर मामला दर्ज किया गया है.

(जबसे ये महामारी फैली है, इंटरनेट पर बहुत सी झूठी बातें तैर रही हैं. क्विंट लगातार ऐसी झूठ और भ्रामक बातों की सच उजागर कर रहा है. आप यहां हमारे फैक्ट चेक स्टोरीज पढ़ सकते हैं.)

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