नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की ओर से राष्ट्रपति पद की कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) की साथ में एक फोटो वायरल हो रही है. फोटो में दोनों भारत मां की फोटो के सामने हाथ जोड़कर खड़े दिख रहे हैं.
फोटो को कई सोशल मीडिया यूजर्स सहित सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने भी शेयर किया है. हालांकि, बाद में प्रशांत भूषण अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया और माफी भी मांगी है.
बता दें कि झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू अगर निर्वाचित होती हैं, तो वो भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति और पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनेंगी.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया की मोहन भागवत के साथ वायरल हो रही मुर्मू की ये तस्वीर फेक है. इस वायरल तस्वीर को दो अलग-अलग तस्वीरों को एडिटिंग की मदद से जोड़कर बनाया गया है.
दावा
वायरल फोटो शेयर कर एक यूजर ने लिखा, "कृपया एक बार विचार करें। हम कहाँ जा रहे हैं और कौन हम पर राज करता है... श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आरएसएस मुख्यालय नागपुर का दौरा किया और श्री मोहन भागवत जी से मुलाकात की''
पड़ताल में हमने क्या पाया
पड़ताल में हमने पाया कि दोनों लोगों की अलग-अलग इवेंट के दौरान खींची गईं तस्वीरों को मिलाकर वायरल फोटो को तैयार किया गया है. दोनों की अलग-अलग ओरिजिनल फोटो कब और कहां की हैं, इसे देखते हैं.
द्रौपदी मुर्मू की तस्वीर कहां की है?
हमने वायरल तस्वीर में से मुर्मू की तस्वीर का स्क्रीनग्रैब लेकर उसे गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें BBC की 23 जून 2022 की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में झारखंड सीएम हेमंत सोरेन और मुर्मू की साथ में एक तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था. फोटो में मुर्मू उसी मुद्रा और उसी साड़ी में दिख रही हैं जैसी वायरल तस्वीर में हैं.
इसके अलावा, हमें हेमंत सोरेन के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किया गया 29 दिसंबर 2020 का एक ट्वीट मिला. ट्वीट में जिन 3 तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था, उनमें से एक वो तस्वीर भी है, जिसे वायरल फोटो में इस्तेमाल किया गया है.
ट्वीट का कैप्शन था, ''आज झारखण्ड सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से मुलाकात की।''
आप नीचे देख सकते हैं कि इसी तस्वीर को फ्लिप करके वायरल तस्वीर में जोड़ा गया है.
RSS चीफ मोहन भागवत की तस्वीर कब की है?
इसके बाद, हमने मोहन भागवत की तस्वीर का स्क्रीनग्रैब लेकर उस पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 11 मार्च 2022 को RSS के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किया गया एक ट्वीट मिला.
इस ट्वीट में इस्तेमाल की गई तस्वीर में मोहन भागवत को हाथ जोड़े उसी मुद्रा में फोटो के सामने खड़े देखा जा सकता है. जहां असली तस्वीर में मोहन भागवत के साथ सफेद कपड़ों में एक शख्स दिख रहा है, वहां मुर्मू की तस्वीर को जोड़ दिया गया है. और फोटो को फ्लिप कर दिया गया है
इन दोनों अलग-अलग इवेंट की तस्वीरों को फ्लिप करके आपस में जोड़कर नई तस्वीर बना दी गई है.
इसके अलावा, हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट भी नहीं मिली, जिसमें मुर्मू और मोहन भागवत की मुलाकात के बारे में बताया गया है.
मतलब साफ है, एडिटेड फोटो शेयर कर ये झूठा दावा किया गया कि द्रौपदी मुर्मू और मोहन भागवत ने नागपुर में मुलाकात की थी.
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