सोशल मीडिया पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) की एक फोटो वायरल हो रही है. देखने में ये फोटो किसी पूजा-पाठ की लग रही है. दावा किया जा रहा है कि फोटो उस वक्त की है जब पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने अपना पद द्रौपदी मुर्मू को सौंपा. हालांकि, हमारी पड़ताल में सामने आया कि ये फोटो साल 2020 की है जब रामनाथ कोविंद झारखंड के देवघर में स्थित प्रसिद्ध बाबा वैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने गए थे और इस कार्यक्रम में उस वक्त झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू भी थीं.
दावा
फोटो के साथ शेयर हो रहा कैप्शन है : #विरासत सौंपना या सत्ता हस्तांतरण करना, अपने आप में यज्ञ है। यज्ञ देवों और महादेव के साक्षित्व में होता है। राष्ट्रपति पद का हस्तांतरण देखिए। राजनैतिक औपचारिकताएं होती रहेंगी, वैदिक प्रतिबद्धता प्रथमतः हो रही है.. अब शुभ और लाभ दोनों ही मिलेंगे इस राष्ट्र को
पड़ताल मे ंहमने क्या पाया
Google Lense के जरिए इस फोटो का सोर्स सर्च करने पर हमें यही फोटो प्रभात खबर की 29 फरवरी, 2020 की रिपोर्ट में मिली. इससे साफ हुआ कि फोटो कम से कम 3 साल पुरानी है और इसका 2022 में द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से कोई संबंध नहीं है.
प्रभात खबर की रिपोर्ट में लिखा है कि देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देवघर में बाबा वैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि की कामना की.
अब प्रभात खबर की रिपोर्ट से अंदाजा लेकर हमने रामनाथ कोविंद के फरवरी 2020 के रांची दौरे से जुड़ी और रिपोर्ट्स सर्च करनी शुरू कीं. हिंदी अखबार पत्रिका की 29 फरवरी 2020 की रिपोर्ट में भी पूजा पाठ करते उस वक्त के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उस वक्त की झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू की फोटो मिली, जो कि अब देश कि राष्ट्रपति हैं. दैनिक भास्कर पर भी रामनाथ कोविंद के देवघर दौरे की रिपोर्ट और पूजा-पाठ की तस्वीरें हैं.
लाइव हिंदुस्तान वेबसाइट पर इस पूजा-अर्चना के बाद का वीडियो भी मिला, जिसमें रामनाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू मंदिर के बाहर इकट्ठा हुई जनता का अभिवादन करते दिख रहे हैं. देवघर जिला प्रसासन की तरफ से भी पूजा- अर्चना करते रामनाथ कोविंद का वीडियो ट्वीट किया गया था.
द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से पहले उनके पूजा अर्चना में शामिल होने के कई हाल के वीडियो भी सामने आए थे, जिनको लेकर सवाल भी उठाए गए थे कि क्या उनका शुद्धिकरण किया गया? हालांकि क्विंट ऐसे किसी दावे की पुष्टि नहीं करता है. लेकिन, रामनाथ कोविंद के साथ उनकी हाल की बताई जा रही वायरल फोटो 2 साल पुरानी है. ये दावा गलत है कि पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने यज्ञ करके द्रौपदी मुर्मू को अपना पद सौंपा.
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