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अमित शाह की चुनावी रैली में खाली कुर्सियों का दावा-पुरानी हैं फोटो

दोनों फोटो वाराणसी में 2018 में आयोजित युवा उद्घोष रैली की हैं. अमित शाह ने इस रैली में भाषण दिया था

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पश्चिम बंगाल, केरल, असम, पुदुचेरी और तमिलनाडु में आगामी विधानसभा चुनावों के चलते कई राजनीतिक पार्टियों के नेता चुनाव प्रचार कर रहे हैं. ऐसे समय में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की फोटो के साथ खाली पड़ी कुर्सियों की फोटो का एक सेट वायरल हो रहा है.

हालांकि, ये दोनों ही फोटो 2018 की हैं. जब अमित शाह वाराणसी में युवा उद्घोष रैली में भाषण दे रहे थे.

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दावा

तस्वीरों का सेट शेयर कर ये दावा किया जा रहा है, ''अभी तो आगाज है, अंजाम क्या होगा.''

‘Adv Shalini’ नाम की एक फेसबुक यूजर के इस पोस्ट को आर्टिकल लिखते समय तक 900 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.

इन तस्वीरों को एक अन्य फेसबुक यूजर ‘Dr Siraj Khan’ ने भी शेयर किया था. आर्टिकल लिखते समय तक इस पोस्ट को 200 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका था.

पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने Yandex पर उस फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करके देखा जिसमें खाली पड़ी कुर्सियां दिख रही हैं. हमें इस फोटो से संबंधित साल 2019 में शेयर किया गया एक ट्वीट मिला जिसमें बताया गया था कि फोटो यूपी के वाराणसी की है.

इसके बाद, हमने यूट्यूब पर ‘Amit Shah address Varanasi Yogi’ कीवर्ड सर्च करके देखा. हमें कीवर्ड सर्च करने पर, 2018 में अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. इसे बीजेपी के ऑफिशियल हैंडल से अपलोड किया गया था.

वीडियो के कैप्शन में लिखा गया था कि अमित शाह ने वाराणसी में 20 जनवरी 2018 को युवा उद्घोष रैली में भाषण दिया.

अमित शाह ने भी इस इवेंट के बारे में साल 2018 में ट्वीट किया था. आप देख सकते हैं कि उन्होंने वही कपड़े पहन रखे हैं जो वायरल हो रही फोटो में दिख रहे हैं.

हमें इस इवेंट से जुड़ा एक और वीडियो मिला जिसे 'Live Hindustan' ने अपलोड किया था. हमें इसमें वही विजुअल मिले जो वायरल हो रही फोटो में दिख रहे हैं.

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खाली पड़ी कुर्सियों की तस्वीर कब की है

Yandex पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर में जनवरी 2018 को प्रकाशित Live Hindustan का उसी इवेंट पर लिखा गया एक आर्टिकल मिला. जिसमें वायरल हो रही फोटो का इस्तेमाल किया गया था.

Navbharat Times और Amar Ujala जैसे मीडिया आउटलेट ने भी इस रैली में खाली पड़ी कुर्सियों के विजुअल वाली तस्वीरों का इस्तेमाल किया था. Navbharat Times की रिपोर्ट में बताया गया था कि जितना अनुमान लगाया गया था उतनी संख्या में लोग नहीं आए. इसकी वजह से हजारों की संख्या में कुर्सियां खाली रह गईं.

Live Hindustan और Amar Ujala में प्रकाशित रिपोर्ट्स में इस रैली में आई भीड़ के विजुअल भी दिखाए गए थे.

रैली में आई भीड़ अमित शाह के साल 2018 के एक और ट्वीट पर देखी जा सकती है.

मतलब साफ है कि वाराणसी में रैली को संबोधित करते अमित शाह की पुरानी तस्वीरों को आगामी विधानसभा चुनावों के बीच फिर से शेयर किया जा रहा है.

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