सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने 9 फरवरी को घोषणा की है कि कोविड-19 और वैक्सीन से जुडी अफवाहों को हटाने की मुहिम अब तेज होगी. अपने ब्लॉग पोस्ट में कंपनी ने बताया कि कोविड 19 और वैक्सीन से जुड़े सभी भ्रामक दावों को फेसबुक से हटाया जाएगा. इसमें ये दावे भी शामिल होंगे कि कोविड-19 इंसान का बनाया वायरस है और वैक्सीन वायरस को खत्म करने में कारगर नहीं है.
महामारी की शुरुआत से ही फेसबुक ने कोविड-19 से जुड़ी अफवाहों को लेकर अपनी नीतियों में बदलाव किए थे. फेसबक ने भ्रामक दावों की पहुंच कम करने को लेकर भी कदम उठाए थे. साथ ही इस तरह के कई पोस्ट पर चेतावनी वाले लेबल भी लगाए गए थे.
कंपनी के मुताबिक, 50 मिलियन से ज्यादा कोविड-19 से जुड़े पोस्ट्स पर चेतावनी से जुड़े लेबल लगाए जा चुके हैं. ये सभी लेबल दुनिया भर में फेसबुक के फैक्ट चेकिंग पार्टनर्स के लगभग 7,500 आर्टिकल्स के आधार पर लगाए गए थे.
इस महीने की शुरुआत में फेसबुक के प्रोडक्ट पॉलिसी मैनेजर ने भ्रामक सूचनाओं को लेकर कंपनी की नीतियों के बारे में बताते हुए कहा था कि कोविड-19 से जुड़ी 12 मिलियन से ज्यादा भ्रामक पोस्ट फेसबुक से हटाई जा चुकी हैं. ये सभी पोस्ट मार्च 2020 से अक्टूबर 2020 के बीच की गई थीं.
अक्टूबर 2020 में फेसबुक ने घोषणा की थी कि ऐसे विज्ञापनों की खरीद से यूजर्स को रोका जाएगा जिन विज्ञापनों पर वैक्सीन से जुड़ी भ्रामक जानकारी है.
अमेरिका में स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट्स पर फेसबुक कोविड-19 से जुडी जानकारियों की एक लिंक उपलब्ध कराएगा. जिसपर लोग ये चेक कर सकेंगे कि वे वैक्सीन लगवाने के योग्य हैं या नहीं. फेसबुक ने बताया कि जानकारी उपलब्ध होने के बाद ये सुविधा अन्य देशों में भी दी जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्रालयों, एनजीओ और यूएन की एजेंसियों को COVID-19 वैक्सीन से जुड़ी जानकारी पहुंचाने में मदद करने के लिए फेसबुक 120 मिलियन डॉलर का एड क्रेडिट भी दे रहा है.
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