स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने 'आयुष्मान भारत' स्कीम के लॉन्चिंग की तारीख बताई. पीएम ने कहा कि 25 सितंबर को 'आयुष्मान भारत स्कीम' लॉन्च होगी. इसी स्कीम को लेकर सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है. मैसेज में दावा किया गया है कि सरकार के 'आयुष्मान भारत स्कीम' के तहत हर साल 5 लाख रुपये के इंश्योरेंस कवर के लिए हर परिवार को 1000-1200 रुपये की प्रीमियम भरनी होगी.
मैसेज में क्या लिखा है?
‘15 अगस्त 2018 को भारत सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी सोशल हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम 'आयुष्मान भारत' लॉन्च की है. इस हेल्थ इंश्योरेंस के लिए हर परिवार को 1000-1200 रुपये चुकाने होंगे, जिसके बदले उन्हें 5 लाख रुपये का हेल्थ कवर मिलेगा. अपने दोस्तों को भी इस स्कीम के बारे में बताएं. खास तौर पर कम इनकम वाले लोगों को इस स्कीम के बारे में बताएं. जैसे आपके घर की मेड, ड्राइवर, दूधवाला, राशन वाला, माली और अखबारवाले को इस स्कीम के बारे में बताएं.’
इसी तरह का एक और मैसेज भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा है-
15 अगस्त 2018 को भारत सरकार ने दुनिया का सबसे बड़ा सोशल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान ‘आयुष्मान भारत’ लॉन्च किया. इस हेल्थ इंश्योरेंस के लिए 1000-1200 रुपये प्रीमियम देना होगा. इसके बदले पूरे परिवार को 5 लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर मिलेगा. अपने दोस्तों और करीबियों को इसकी जानकारी दें.
सोशल मीडिया पर वायरल होता दावा सच या झूठ?
सोशल मीडिया पर वायरल होते इस दावे में थोड़ा सच है और थोड़ा झूठ. प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को आयुष्मान योजना का ऐलान किया. इस स्कीम के तहत परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर भी मिलेगा. लेकिन प्रीमियम को लेकर किया गया दावा पूरी तरह झूठा है.
नहीं देना होगा प्रीमियम
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रहे फर्जी दावों पर ‘आयुष्मान भारत’ के सीईओ इंदु भूषण ने सफाई दी है.
आयुष्मान भारत के तहत किसी भी तरह के आवेदन का कोई प्रावधान नहीं है. इस योजना के लाभार्थी पहले से तय हैं और 10 करोड़ 74 लाख परिवारों के लगभग 55 करोड़ लाभार्थियों की पहचान की जा चुकी है. इन परिवारों का चयन सामाजिक आर्थिक जनगणना के आधार पर किया गया है. इन परिवारों को योजना का लाभ लेने के लिए किसी तरह के प्रीमियम जमा करने की जरूरत भी नहीं है.इंदु भूषण, सीईओ, आयुष्मान भारत स्कीम
इंदु भूषण ने कहा कि वह फर्जी वेबसाइटों और व्हाट्सऐप मैसेज के खिलाफ पुलिस या सीबीआइ से जांच कराने पर विचार कर रहे हैं. इन वेबसाइटों और वाट्सएप मैसेज में योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने को कहा गया है.
हमारी जांच में सोशल मीडिया पर आयुष्मान भारत स्कीम का लाभ लेने के लिए आवेदन करने संबंधी सभी मैसेज झूठे साबित होते हैं.
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