सोशल मीडिया पर Rahul Gandhi का ट्वीट बताकर एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है. ट्वीट में गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा की फोटो शेयर करते हुए लिखा गया है - ''फर्स्ट आकर भी दूसरे नंबर पर खड़े होना क्या सही है?''
दरअसल फोटो में नीरज चोपड़ा सिल्वर मेडलिस्ट और ब्रॉन्ज मेडलिस्ट के बीच ऊंचे स्थान पर खड़े हैं. जहां गोल्ड मेडलिस्ट खड़े होते ही हैं. फोटो शेयर कर ये साबित करने की कोशिश हो रही है कि राहुल गांधी को ये भी नहीं पता कि गोल्ड मेडलिस्ट बीच में खड़ा होता है. वायरल हो रहे ट्वीट में तारीख 5 अगस्त की है, जबकि नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल 7 अगस्त को जीता.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट में से कुछ में ट्वीट के नीचे समय 5 अगस्त शाम 4:51 बजे का दिख रहा है. हमने राहुल गांधी का असली ट्विटर हैंडल चेक किया. इसी वक्त राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल से सच में एक ट्वीट हुआ था. लेकिन ये वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट से बिल्कुल अलग है. ये ट्वीट राहुल गांधी ने रेसलिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाले रवि दहिया को बधाई देते हुए किया था.
वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट और राहुल गांधी के ट्वीट में स्पष्ट अंतर यहां देखा जा सकता है.
गौर करने वाली बात ये भी है कि नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल 7 अगस्त को जीता था, तो 5 अगस्त को उनकी विजेता वाले पोज में फोटो आना असंभव है.
नीरज चोपड़ा ने 7 अगस्त को मेडल जीता. जबकि राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल से 6 अगस्त के बाद से रिपोर्ट लिखे जाने तक कोई ट्वीट हुआ ही नहीं है. 6 अगस्त को उन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन में एक कविता ट्वीट की थी.
हमने राहुल गांधी की फेसबुक वॉल पर ऐसा पोस्ट सर्च किया. जो उन्होंने नीरज चोपड़ा को बधाई देते हुए किया हो. राहुल का 7 अगस्त को किया गया फेसबुक पोस्ट हमें मिला.
पोस्ट में उन्होंने गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा, सिल्वर मेडलिस्ट Jakub Vadlejch और ब्रॉन्ज मेडलिस्ट Vitezslav Vesely की फोटो शेयर करते हुए लिखा है - तिरंगे को आसमान में लहराते हुए देखने से बड़ा कोई अहसास नहीं है.
इस फोटो में भी नीरज चोपड़ा सिल्वर मेडलिस्ट के बाद खड़े हुए हैं, लेकिन राहुल ने ऐसी कोई बात नहीं लिखी जैसा कि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है.
राहुल गांधी की फेसबुक वॉल पर ऐसा कोई अन्य पोस्ट हमें नहीं मिला. जैसा कि वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है.
मतलब साफ है सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के ट्वीट का बताया जा रहा स्क्रीनशॉट एडिटेड है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)