ADVERTISEMENTREMOVE AD

France में हालिया हिंसा का बताकर वायरल ये वीडियो 3 महीने पुराना है

वीडियो फ्रांस का है, लेकिन हालिया हिंसा नहीं बल्कि पेंशन सुधार को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन का है

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सोशल मीडिया पर प्रदर्शनकारियों को घसीटते पुलिसकर्मी का एक वीडियो वायरल है. वीडियो को सोशल मीडिया पर फ्रांस में भड़की हालिया हिंसा (France Riots) से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

क्या है दावा : सोशल मीडिया यूजर वीडियो शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि इसमें पुलिस फ्रांस में हुए प्रदर्शन के एक हफ्ते बाद प्रदर्शनकारियों के साथ ऐसा बर्ताव कर रही है.

वीडियो फ्रांस का है, लेकिन हालिया हिंसा नहीं बल्कि पेंशन सुधार को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन का है

पोस्ट का अर्काइव यहां देखें

सोर्स : स्क्रीनशॉट/ट्विटर

रिपोर्ट लिखे जाने तक वीडियो को 5 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. वीडियो को इसी दावे के साथ शेयर करते पोस्ट के अर्काइव यहां, यहां और यहां.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या ये दावा सच है ? : वीडियो अप्रैल 2023 का है और इसका फ्रांस में हाल में हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है.

  • वीडियो में कथित तौर पर फ्रांस में पेंशन सुधार से जुड़े कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को बल पूर्वक हटाती फ्रांस पुलिस का है.

हमने ये सच कैसे पता लगाया ? वायरल वीडियो को की-फ्रेम में बांटकर हमने गूगल लैंस के जरिए सर्च करना शुरू किया. हमें एक फेसबुक पोस्ट में यही वीडियो मिला.

  • वीडियो फेसबुक यूजर 'Le Peuple Uni' ने 17 अप्रैल को अपलोड किया था.

  • वीडियो के कैप्शन का हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा, "पुलिस महिलाओं से नफरत करती है: पेंशन सुधार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं के खिलाफ की गई पुलिस की हिंसा।"

  • हमें ट्विटर पर भी अप्रैल के कुछ पोस्ट में ये वीडियो मिला. इन पोस्ट में वीडियो की लोकेशन फ्रांस ही बताई गई थी. पोस्ट के अर्काइव यहां और यहां देखें.

पेंशन सुधार का विरोध : एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, फ्रांस में हुए पेंशन सुधार के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतरे. इन सुधारों में फ्रांस की सरकार ने रिटायरमेंट की उम्र 62 वर्ष से बढ़ाकर 64 वर्ष कर दी है.

  • सरकार के इस कदम के बाद फ्रांस के कई हिस्सों में महीनों तक प्रदर्शन चलते रहे.

  • कई मजदूर यूनियनों ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

निष्कर्ष: हालांकि क्विंट हिंदी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता कि ये वीडियो किस जगह का है, लेकिन यह साफ है कि वीडियो फ्रांस में हाल ही में हुई हिंसा से पहले का है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×