गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं की एक वायरल तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि इसमें डॉ राजकुमारी बंसल नाम की एक महिला है, जिन पर नक्सलियों के साथ संबंध रखने का आरोप है और जो हाथरस की पीड़िता की भाभी होने का ढोंग कर रही है. बंसल मध्य प्रदेश के जबलपुर की निवासी हैं. हालांकि, हमने पाया कि वायरल तस्वीर में जबलपुर की महिला नहीं है. बल्कि इसमें गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सोशल मीडिया इंचार्ज प्रतिभा बोरकर हैं.
दावा
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया है: “हाथरस नक्सली कांग्रेसी भौजाई”.
एक यूजर ने ये भी लिखा कि ये महिला वही इंसान है, जिसे कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने तब गले लगाया था, जब वो हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने गई थीं. यूजर ने महिला का नाम 'राजकुमारी बंसल' बताया.
कई सोशल मीडिया यूजर ने इस तस्वीर को फेसबुक और ट्विटर पर शेयर करते हुए दावा किया कि ये वही 'नक्सल भाभी' है और इसे कांग्रेस नेताओं के साथ देखा जा सकता है.
हमें क्या मिला?
हमने पाया कि जबलपुर की डॉ राजकुमारी बंसल वो शख्स नहीं हैं जो कांग्रेस नेताओं के साथ तस्वीर में दिख रही है. ये महिला असल में गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सोशल मीडिया इंचार्ज प्रतिभा बोरकर हैं.
हमने देखा कि बोरकर की फेसबुक प्रोफाइल पर कवर फोटो वही वायरल तस्वीर है.
क्विंट से बात करते हुए बोरकर ने कहा, “सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर मेरी है. हालांकि, मैं न ही हाथरस पीड़िता के परिवार से मिली हूं और न ही मैं हाथरस गई हूं. मैं गोवा से हूं.”
क्विंट ने स्वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं की है कि क्या वो पीड़ित परिवार से किसी तरह संबंधित हैं.
क्विंट ने डॉ राजकुमारी बंसल का एक वीडियो भी एक्सेस किया. बंसल नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में एक फिजिशियन हैं. इस वीडियो में उन्हें स्थानीय मीडिया से बात करते हुए देखा जा सकता है.
हमने दोनों महिलाओं की तस्वीरों की तुलना की और ये स्थापित किया कि दोनों अलग हैं.
प्रियंका गांधी ने किसे गले लगाया?
प्रियंका और राहुल गांधी भारी सुरक्षाबल के साथ 3 अक्टूबर को हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. क्विंट ने भी प्रियंका की पीड़ित परिवार से मुलाकात के विजुअल चलाए थे.
इसके अलावा इंडिया टुडे और जर्नलिस्ट मार्या शकील ने भी मुलाकात के विजुअल चलाए और साड़ी में मौजूद महिला की पहचान पीड़िता की मां के तौर पर की गई.
जर्नलिस्ट बरखा दत्त ने भी पीड़िता की मां से बात की थी. 3 अक्टूबर को Mojo पर अपलोड हुए एक वीडियो में लड़की की मां को उसी साड़ी में देखा जा सकता है.
ये बात जरूरी है कि क्विंट इस बात पर टिप्पणी नहीं कर रहा है कि दोनों महिलाएं पीड़ित परिवार से संबंधित है या नहीं. या फिर उनके नक्सलियों से संबंध हैं या नहीं.
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