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हरियाणा हिंसा से जोड़कर सूरत का पुराना वीडियो झूठे सांप्रदायिक दावे से वायरल

वायरल वीडियो जुलाई 2019 का है और सूरत का है, तब मॉब लिंचिंग के विरोध में निकाली गई रैली के दौरान हिंसा हुई थी.

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हरियाणा हिंसा (Haryana Violence) से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को बस में तोड़-फोड़ करते देखा जा सकता है.

क्या है दावा?: वीडियो शेयर कर कई यूजर्स ने लिखा है, ''इनके लिए, हमने कल टैक्स रिटर्न फाइल कर दिया है''.

  • वीडियो को एंटी मुस्लिम एंगल से शेयर कर कई यूजर्स ने इसे मेवात का बताया है.

वायरल वीडियो जुलाई 2019 का है और सूरत का है, तब मॉब लिंचिंग के विरोध में निकाली गई रैली के दौरान हिंसा हुई थी.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

ऐसे और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

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सच क्या है?: ये वीडियो हरियाणा का नहीं, बल्कि गुजरात के सूरत का है और जुलाई 2019 का है.

  • तब लिंचिंग के विरोध में रैली निकाली गई थी, जिसके बाद हिंसा हुई.

हमने सच का पता कैसे लगाया?: वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि नीले रंग की बस में 'Sitilink' लिखा दिख रहा है.

वायरल वीडियो जुलाई 2019 का है और सूरत का है, तब मॉब लिंचिंग के विरोध में निकाली गई रैली के दौरान हिंसा हुई थी.

बस में लिखा दिख रहा है Sitilink

(फोटो: Altered by The Quint)

  • यहां से क्लू लेकर हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया, तो पता चला कि Sitilink की ये बसें सूरत में चलती हैं.

  • यहां से क्लू लेकर हमने सूरत में बसों में तोड़फोड़ की घटना से जुड़ा कीवर्ड सर्च किया.

  • इससे हमें 5 जुलाई 2019 को The Quint पर पब्लिश एक रिपोर्ट मिली. जिसमें इस्तेमाल किए गए वीडियो में हूबहू वैसी ही बस दिख रही थी, जैसी वायरल वीडियो में थी.

  • रिपोर्ट के मुताबिक, सूरत के नानपुरा इलाके में 5 जुलाई को रैली में एक रैली में शामिल भीड़ को रोकने की कोशिश के दौरान पुलिस और मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच हिंसक झड़प हुई थी.

  • ये रैली सूरत स्थित संगठन वर्सटाइल माइनॉरिटीज फोरम ने आयोजित की थी. इसका आयोजन देश भर में हो रही मॉब लिचिंग के विरोध में किया गया था.

  • पुलिस के मुताबिक, संगठन ने पुलिस से अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी.

वायरल वीडियो जुलाई 2019 का है और सूरत का है, तब मॉब लिंचिंग के विरोध में निकाली गई रैली के दौरान हिंसा हुई थी.

ये रिपोर्ट 5 जुलाई 2019 को पब्लिश हुई थी.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/The Quint)

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  • रिपोर्ट में इस्तेमाल किए गए वीडियो और वायरल वीडियो के बीच तुलना करने पर हमें एक जैसी कई चीजें दिखीं, जैसे बस के पीछे का शीशा और इसके अलावा आसपास दिख रही बिल्डिंग.

  • दोनों वीडियो में बस के पीछे एक जैसी बिल्डिंग दिख रही है.

    (फोटो: Altered by The Quint)

दूसरी न्यूज रिपोर्ट्स: इसके अलावा, हमें Times of India, TV 9 Gujarati और ABP Asmita समेत कई दूसरी न्यूज वेबसाइट पर इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स मिलीं.

  • इन सभी रिपोर्ट्स में बस में तोड़फोड़ के बारे में बताया गया था.

  • न्यूज एजेंसी ANI के 5 जुलाई 2019 को किए गए ट्वीट में भी बसों में तोड़फोड़ के बारे में बताया गया था.

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गूगल मैप पर उपलब्ध फोटो वायरल वीडियो से खाती है मेल: इसके अलावा, हमने गूगल मैप पर नानपुरा सूरत के बारे में जानकारी खोजी. हमें वायरल वीडियो में दिख रहे स्ट्रक्चर की फोटो मिली, जो नानपुरा में ही मौजूद है.

वायरल वीडियो जुलाई 2019 का है और सूरत का है, तब मॉब लिंचिंग के विरोध में निकाली गई रैली के दौरान हिंसा हुई थी.

बाएं वायरल वीडियो, दाएं गूगल मैप फोटो

(फोटो: Altered by The Quint)

हरियाणा हिंसा: हरियाणा के नूह में 31 जुलाई को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के जुलूस के दौरान दो समुदाय में हिंसा भड़क गई. इसके बाद, ये हिंसा गुरुग्राम तक पहुंच गई और वहां एक मस्जिद में आग लगा दी गई.

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  • अब तक हिंसा में 6 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है.

निष्कर्ष: साफ है कि सूरत में हुई हिंसक झड़प का 4 साल पुराना वीडियो हरियाणा हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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