सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो में 2020 टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में गोल्ड मेडल जीतने के बाद कतर के ओलंपिक एथलीट मुताज एसा बर्शिम और इटली के जानमरको तंबेरी एक-दूसरे को गले लगाते दिख रहे हैं. फोटो के साथ एक मार्मिक कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है.
वायरल पोस्ट के मुताबिक, बर्शिम कॉम्पटिशन से इसलिए बाहर हो गए क्योंकि, ''तंबेरी पैर में गंभीर चोट की वजह से अंतिम अटेम्प्ट से पीछे हट गए.''
हालांकि, ये कहानी पूरी तरह सच नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि दोनों खिलाड़ियों ने 2.37 मीटर की समान ऊंचाई को पार किया था. इसलिए ये कॉम्पटीशन टाय रहा था, हालांकि दोनों ने ही बाद में टाय-ब्रेकिंग जंप-ऑफ में भाग नहीं लेने का फैसला किया, जिस वजह से दोनों को ही गोल्ड मेडल मिला. यानी चोट वाला गलत एंगल जोड़कर इसे मार्मिक बनाने की कोशिश की गई.
दावा
वायरल पोस्ट में इस घटना के बारे में विस्तार बताते हुए लिखा गया है कि दोनों ने 2.37 मीटर की छलांग लगाई और बराबरी पर रहे. हालांकि, पैर में गंभीर चोट की वजह से तंबेरी आखिरी अटेम्प्ट से पीछे हट गए.
पोस्ट में आगे कहा गया है कि ''लेकिन बर्शिम के दिमाग में कुछ चल रहा था और फिर कुछ सोचते हुए उन्होंने एक ऑफिसर से पूछा कि अगर मैं भी आखिरी अटेम्प्ट से पीछे हट जाऊं, तो क्या हम दोनों के बीच गोल्ड मेडल शेयर किया जा सकता है?'' कुछ ही देर में एक ऑफिसर ने जांच करके पुष्टि की. ऑफिसर ने कहा कि 'हां गोल्ड आप दोनों को दिया जाएगा.' बर्शिम ने आगे कुछ नहीं सोचा और उन्होंने आखिरी अटेम्प्ट से अपना नाम वापस ले लिया.''
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने इस घटना से जुड़ी जानकारी के लिए न्यूज रिपोर्ट्स सर्च कीं. हमें क्विंट के साथ-साथ और भी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब एक नियम से जुड़े अधिकारी ने कहा कि दोनों को ये गोल्ड मेडल दिया जा सकता है, तो लंबे समय से दोस्त रहे दो एथलीटों ने आपस में गोल्ड शेयर करने का फैसला किया.
हमने तंबेरी की चोट से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स भी देखीं. हालांकि, हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें ये बताया गया हो कि वो 2020 के टोक्यो ओलंपिक में कॉम्पटीशन के दौरान घायल हो गए थे.
दोनों जंपर ने 1 अगस्त को 2.39 मीटर जंप करने के प्रयास किए. हालांकि, वो ऐसा करने में असफल रहे और बराबर दूरी 2.37 मीटर पार कर पाए. जिससे कॉम्पटीशन टाय रहा. कॉम्पटीशन जीतने के लिए दोनों खिलाड़ियों को जंप-ऑफ करना पड़ता, ताकि जीत का निर्णय लिया जा सके.
हालांकि, जब उन्हें ये बताया गया कि वो दोनों ही गोल्ड मेडल को आपस में शेयर कर सकते हैं, तो वो सहमत हो गए और उन्होंने एक-दूसरे को गले लगा लिया.
अधिकारियों के साथ इस बातचीत के वीडियो भी कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं.
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बर्शिम ने गोल्ड मेडल शेयर करने के अपने फैसले के पीछे की वजहों पर बात की. उन्होंने बताया कि दोनों ही 2.39 मीटर की छलांग लगाने में असफल रहे.
बर्शिम ने कहा कि ''ये तथ्य मैं जानता हूं कि जो परफॉर्मेंस मेरी थी, उसके लिए मैं गोल्ड का हकदार हूं और वही परफॉर्मेंस उनकी भी थी. इसलिए, मैं जानता हूं कि वो भी गोल्ड के हकदार हैं.''
World Athletics वेबसाइट पर, हमें ये जानकारी भी मिली कि तंबेरी और बर्शिम दोनों को पहले गंभीर चोटों का सामना करना पड़ा था. तंबेरी के बाएं ऐंकल में लिगामेंट फट गया था, जिस वजह से वो 2016 के रियो ओलंपिक में भाग नहीं ले पाए थे. इसके अलावा, साल 2018 में बर्शिम ने 2.46 मीटर ऊंची कूद के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश में ऐंकल लिंगामेंट में चोट खाई थी.
मतलब साफ है कि ये दावा गलत है कि तंबेरी को चोट की वजह से कॉम्पटीशन से बाहर होना पड़ा और इसलिए बर्शिम ने गोल्ड मेडल आपस में शेयर करने का फैसला किया. दरअसल, दोनों ही खिलाड़ियों ने ऐसा करने का फैसला किया.
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