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न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र को लेकर फैल रही मनगढ़ंत कहानी का सच यहां है

दावा किया जा रहा है कि रचिन रविंद्र 3 साल पहले भारत के जातिवाद से तंग आकर न्यूजीलैंड चले गए

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ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान VS न्यूजीलैंड के मैच में शतक बनाने वाले न्यूजीलैंड के क्रिकेटर रचिन रविंद्र (Rachin Ravindra) से जुड़ा एक मैसेज वायरल है.

दावा : वायरल मैसेज में रचिन रविंद्र के शतक का जिक्र करते हुए दावा किया जा रहा है कि उन्होंने 3 साल पहले भारत छोड़ दिया था और न्यूजीलैंड चले गए थे. दावे में आगे ये भी कहा गया है कि रचिन रविंद्र अगर भारत में ही रुकते और भारतीय क्रिकेट टीम से खेलते तो ब्राह्मणवाद के आरोप लगते. इसलिए रचिन ने यहां के जातिवाद से तंग आकर भारत छोड़ दिया.

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वायरल हो रहा मैसेज है - ब्राह्मण रत्न रचिन रविंद्र कृष्णमूर्ति का पाकिस्तान के खिलाफ 100.

विश्व कप में अब तक 500 से ज्यादा रन । 3 शतक, 3 अर्धशतक, 8 विकेट। भविष्य का क्रिकेट जगत का सुपरस्टार।

अच्छा किया भाई तुमने 3 साल पहले भारत छोड़ दिया क्योंकि यहां तो तुम्हारी जाति देखकर कह देते की ब्राह्मणवाद है। मत खिलाओ।

आज उसी बैंगलोर की धरती पर जहां जाति का भेदभाव झेलकर रविंद्र ने भारत छोड़ा था उसपर पाकिस्तान के खिलाफ़ शतक लगा दिया है। (SIS)

दावा किया जा रहा है कि रचिन रविंद्र 3 साल पहले भारत के जातिवाद से तंग आकर न्यूजीलैंड चले गए

पोस्ट का अर्काइव यहां देखें

सोर्स : स्क्रीनशॉट/फेसबुक

दावा करते पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां यहां देखें.

क्या ये सच है ? : नहीं, वायरल मैसेज में किया गया ये दावा सच नहीं है कि न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के लिए खेलने वाले भारतीय मूल के खिलाड़ी रचिन रविंद्र ने 3 साल पहले जातिवाद से तंग आकर भारत छोड़ा था.

  • रचिन रविंद्र के सॉफ्टवेयर इंजीनियर और क्रिकेट प्रेमी पिता रवि कृष्णमूर्ति भारत से न्यूजीलैंड गए थे और वहीं रचिन का जन्म हुआ.

  • रचिन ना सिर्फ न्यूजीलैंड के नागरिक हैं बल्कि उनकी बहन न्यूजीलैंड के मिनिस्ट्री ऑफ जस्टिस के लिए काम करती हैं.

  • रचिन 2016 में न्यूजीलैंड की अंडर - 19 टीम का हिस्सा थे, 2021 से उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत की.

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हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : हमने सबसे पहले ये चेक करना शुरू किया कि 3 साल पहले रचिन रविंद्र कहां थे ? या किस टीम से क्रिकेट खेल रहे थे. क्या 3 साल पहले वो भारत में रहते थे ?

  • 25 नवंबर 2021 को रचिन ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच भारत के खिलाफ कानपुर में खेला. इस मैच में न्यूजीलैंड के रचिन और एजाज़ पटेल ने आखिर तक पार्टनरशिप बनाए रखी और भारत को मैच जीतने नहीं दिया.

  • 25 मार्च 2023 को रचिन रविंद्र ने अपना पहला एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच (ODI) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑकलेंट में खेला था.

  • 1 सितंबर 2021 को रचिन रविंद्र ने पहला अंतर्राष्ट्रीय T20 मैच बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में खेला.

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अंतर्राष्ट्रीय मैच से पहले रचिन रविंद्र : न्यूजीलैंड की तरफ से ही खेलते रहे हैं. न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 4 नवंबर 2020 को अपलोड किया गया रचिन की बल्लेबाजी का ये वीडियो इस बात का सबूत है.

  • ये वीडियो न्यूजीलैंड A और वेस्ट इंडीज के बीच हुए मैच का है. न्यूजीलैंड A, न्यूजीलैंड की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम से एक पायदान नीचे की टीम है.

  • न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि रचिन रविंद्र ने 'न्यूजीलैंड A' टीम के लिए पहला मैच नवंबर 2019 में खेला था.

दावा किया जा रहा है कि रचिन रविंद्र 3 साल पहले भारत के जातिवाद से तंग आकर न्यूजीलैंड चले गए

रचिन रविंद्र ने 2019 में वेलिंगटन में खेला था पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 

फोटो : NZC

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  • यही नहीं, साल 2016 में बांग्लादेश में हुए ICC अंडर - 19 विश्वकप में भी रचिन रविंद्र न्यूजीलैंड टीम की तरफ से ही खेल रहे थे, ये देखिए.

दावा किया जा रहा है कि रचिन रविंद्र 3 साल पहले भारत के जातिवाद से तंग आकर न्यूजीलैंड चले गए

2016 में भी न्यूजीलैंड के लिए ही खेल रहे थे रचिन रविंद्र 

सोर्स : NZC

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नाना ने बताया कि रचिन न्यूजीलैंड के ही नागरिक :

  • हमें रचिन रविंद्र के नाना बालकृष्ण अडिगा का इंटरव्यू मिला, जो कि भारत में ही रहते हैं. इस इंटरव्यू में वो साफ-साफ कहते दिख रहे हैं कि रचिन का जन्म न्यूजीलैंड में हुआ.

  • वीडियो में 00:18 सेकंड के बाद बालकृष्ण सवाल के जवाब में जो कहते हैं उसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा ''ये बेहद रोचक है. न्यूजीलैंड में जन्म लेने के नाते, न्यूजीलैंड का नागरिक होने के नाते वो (रचिन रविंद्र) जिस तरह अपने देश (न्यूजीलैंड) के क्रिकेट में योगदान दे रहा है वो अमूल्य है. ''

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  • इंटरव्यू में रचिन के नाना आगे रचिन के पिता रवि कृष्णमूर्ति के बारे में बताते हुए कहते हैं ''वो बेंगलुरु के SSMRV कॉलेज की तरफ से और कुछ क्लबों की तरफ से क्रिकेट खेलते रहे जब तक कि वो न्यूजीलैंड नहीं चले गए. मेरे दामाद का खाना, सोना और सपना सबकुछ क्रिकेट ही था. इसलिए रचिन के सफल होने का श्रेय पूरी तरह से उसके पिता को जाता है.''

बालकृष्ण आगे सबसे जरूरी बात बोलते हैं, जब उनसे पूछा जाता है कि अगर रचिन क्रिकेटर नहीं बनते तो क्या बनते ? और क्या वो कभी भारत लौटेंगे ? वो जवाब में कहते हैं

''रचिन ने कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है. तो वो अपने पिता की तरह ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकते थे. मुझे नहीं लगता कि उनका भारत लौटने का कोई प्लान है. रचिन की बहन न्यूजीलैंड के मिनिस्ट्री ऑफ जस्टिस में नौकरी करती हैं, तो उन्हें भी वहां कोई नौकरी मिल सकती है.''
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ICC के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 5 साल पहले एक उभरते क्रिकेटर के रूप में रचिन रविंद्र से जुड़ा एक वीडियो अपलोड किया गया था. 2017 के इस वीडियो में भी रचिन को न्यूजीलैंड का क्रिकेटर बताया गया है. यही इस दावे को खारिज करने के लिए काफी है कि रचिन ने 3 साल पहले भारत छोड़ा.

दावा किया जा रहा है कि रचिन रविंद्र 3 साल पहले भारत के जातिवाद से तंग आकर न्यूजीलैंड चले गए

ICC के चैनल पर अपलोड किया गया 5 साल पुराना वीडियो 

सोर्स : स्क्रीनशॉट/यूट्यूब/ICC

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निष्कर्ष : मतलब साफ है कि वायरल मैसेज में गलत तथ्यों के जरिए ये मनगढ़ंत कहानी बताई गई कि रचिन रविंद्र ने जातिवाद से तंग आकर 3 साल पहले भारत छोड़ा. सच्चाई ये है कि रचिन का जन्म भारत में नहीं बल्कि न्यूजीलैंड में हुए और वो भारतीय मूल के क्रिकेटर जरूर हैं पर शुरू से ही न्यूजीलैंड के लिए खेलते आए हैं.

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