उत्तर प्रदेश के मदरसे में हुई शोक सभा का वीडियो सोशल मीडिया पर हैदराबाद में हो रही इफ्तार पार्टी का बताकर शेयर किया जा रहा है.
दावा
वीडियो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - “कुम्भ पर ज्ञान बाटने वालों का जी भर गया हो तो ये हैदराबाद की ‘इफ्तारी’ भी देख लेना|”
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल वीडियो को अलग-अलग की फ्रेम्स में बांटकर गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें 17 अप्रैल का ट्वीट मिला. इस ट्वीट में वीडियो को उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित अंजुमन मस्जिद का बताया गया है.
हमने गूगल मैप्स पर अंजुमन मस्जिद की लोकेशन चेक की. यहां वही इमारत देखी जा सकती है जो वायरल फोटो में दिख रही है.
संभल के स्थानीय पत्रकार ने वेबकूफ से बातचीत में ये पुष्टि की है कि वायरल वीडियो अंजुमन मुइनुल इस्लाम मदरसे का है. पत्रकार ने आगे बताया कि 16 अप्रैल को मौलाना अब्दुल मोमिन नद्वी का निधन हो गया था, उनकी शोक सभा में आई भीड़ ही वायरल वीडियो में दिख रही है.
द क्विंट से बातचीत में संभल पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मौलाना मोमिन की शोक सभा में कोविड 19 के बढ़ते मामलों के चलते लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी गई थी, अनुमति न मिलने के बावजूद बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गए थे.
मतलब साफ है कि उत्तर प्रदेश में हुई शोकसभा का वीडियो सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
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