वीडियो एडिटर: पूर्णेंदू प्रीतम
इंटरनेट पर वायरल हो रही दो तस्वीरों में दावा किया जा रहा है कि नेपाल में एयर स्ट्राइक करते समय एक इंडियन जेट को उसके दो पायलट संग मार गिराया गया है.
दो तस्वीरें झूठे दावे के साथ वायरल
ट्विटर पर कई यूजर ने इन तस्वीरों को हजारों बार शेयर किया है लेकिन इस दावे को सबसे पहले इर्माक इदोया नाम के एक आदमी के ट्विटर हैंडल से किया गया. नेपाली नागरिक होने का दावा करने वाला इदोया झूठी और भ्रामक जानकारी शेयर करता आया है. ये बताने से पहले कि ये शख्स कैसे झूठा कंटेंट शेयर करते आया है, इस बात को जानना जरूरी है कि वो तस्वीरें आईं कहां से हैं.
नेपाल में एयर स्ट्राइक की नहीं
सच का पता लगाने के लिए हमने पहली तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे हमें आयरलैंड के एक अखबार बेलफास्ट टेलीग्राफ की 2011 की एक रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया कि तस्वीर लीबिया के बेनगाजी में एक रेबेल जेट को मार गिराए जाने की है.
रिपोर्ट में कहा गया कि पायलट जेट से इजेक्ट हो चुका था और उसे 'बेनगाजी के बाहरी इलाके में पैराशूट से उतरते हुए देखा गया था'.
हमें गार्डियन की 19 मार्च 2011 की भी एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया कि लीबियन नेता मुअम्मार अल-गद्दाफी को समर्पित सेना बेनगाजी में रेबेल लड़ाकों के गढ़ में घुस गई है और एक एक रेबेल जेट को मार गिराया है.
तो साफ तौर से ये तस्वीर 2011 की है.
2019 मिराज-2000 फाइटर जेट बेंगलुरु में हुआ क्रैश
अब दूसरी तस्वीर की बात करते हैं. इस पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर द स्टेट्समैन की 2019 की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बेंगलुरु के करीब एक मिलिट्री एयरपोर्ट रनवे पर एक मिराज-2000 के क्रैश का जिक्र था.
रिपोर्ट में तस्वीर के लिए IANS न्यूज एजेंसी को क्रेडिट दिया गया था और लिखा था, "वो जगह जहां 1 फरवरी 2019 को बेंगलुरु के पूर्वी सबअर्ब में एक मिलिट्री एयरपोर्ट पर IAF का एक मिराज-2000 क्रैश हुआ."
यही तस्वीर हमें डेक्कन हेराल्ड की एक न्यूज रिपोर्ट में भी मिली, जिसमें बताया गया कि उस एयरपोर्ट को ऑपरेट करने वाले हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने क्रैश के लिए एक 'टेक्निकल स्नैग' को जिम्मेदार बताया.
क्विंट ने भी इस क्रैश के बारे में रिपोर्ट किया था और बताया था कि एयरक्राफ्ट क्रैश होने की वजह से स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी और स्क्वाड्रन लीडर समीर अब्रोल की मौत हो गई है.
इसके अलावा, भारत के नेपाल में कोई भी एयर स्ट्राइक करने की न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जो कि होना लगभग नामुमकिन है अगर एयर स्ट्राइक सच में हुई होती.
दोनों तस्वीरें पुरानी और गलत दावे के साथ शेयर की गईं
साफ है कि 2011 और 2019 की तस्वीरों को गलत और झूठे दावे के साथ हाल का बता के शेयर किया गया और वो भी नेपाल से जबकि दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा है.
ट्विटर यूजर इर्माक इदोया को कई बार गलत जानकारी शेयर करते हुए पकड़ा गया है.
इर्माक इदोया: सीरियल फेक न्यूज पेडलर
- उदाहरण के लिए उसने हाल ही में ट्वीट किया कि एक भारतीय क्वॉडकॉप्टर को नेपाली क्षेत्र में 90 मीटर घुस आने के बाद नेपाल की आर्मी ने मार गिराया. हालांकि, हमने इस दावे का पर्दाफाश किया और पता लगाया कि उसने जो तस्वीर शेयर की थी, वो 2017 की है.
- इससे पहले वो दावा कर चुका है कि भारत-नेपाल सीमा पर भारतीय सेना ने बिना किसी उकसावे के सीजफायर उल्लंघन किया और इसमें इंडियन आर्मी के सात जवान मारे गए. फिर हमने इस दावे का सच खोजा और पता लगाया कि शेयर की गई तस्वीर पुरानी है और 2015 की एक घटना की है.
- एक और बार उसने दावा किया था कि भारतीय मिसाइल का टेस्ट फेल हो गया था और एक रॉकेट के जमीन पर गिरने का वीडियो शेयर किया था. हमने पता लगाया था कि वीडियो 2013 का है और रूसी Proton-M रॉकेट का एक्सप्लोजन दिखाता है.
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