इंडोनेशिया (Indonesia) में 21 नवंबर को भूकंप आया था. ऐसे में देश में 2018 में आए भूकंप और उसकी वजह से हुई जान-माल की क्षति से जुड़े कुछ सैटेलाइट विजुअल्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं और दावा किया जा रहा है कि हाल में आए भूकंप से जुड़े विजुअल्स हैं.
विजुअल्स में क्या है?: विजुअल्स में दिख रहा है कि कैसे वहां के घर और खेतों में भूकंप की वजह से बदलाव आ गया है. 'पहले और बाद' की तस्वीरों का टाइमलैप्स वीडियो इस दावे से वायरल हो रहा है कि ये तस्वीरें हाल की हैं.
हमें कैसे पता चला कि ये वीडियो 2018 का है?: हमने गूगल पर "satellite images Indonesia earthquake" कीवर्ड डालकर सर्च किया. हमें Maxar नाम की एक स्पेस टेक्नॉलजी कंपनी पर साल 2018 में पब्लिश एक आर्टिकल मिला.
आर्टिकल में बताया गया था कि कैसे भूकंप की वजह से सुनामी आई और मिट्टी बहने लगी. इसमें उन्हीं दो तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है जिनका इस्तेमाल टाइम लैप्स वीडियो में भी किया गया है.
कैप्शन के मुताबिक, इसमें इंडोनेशिया के सेंट्रल सुलावेसी में पालू सिटी के पेटाबो की सैटेलाइट तस्वीरें दिख रही हैं.
क्या और भी न्यूज रिपोर्ट्स हैं?: हमें सुनामी और उसकी वजह से होने वाली तबाही से जुड़े न्यूज आर्टिकल्स भी मिले. Washington Post में 2 अक्टूबर 2018 को पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक, आपदा के बाद करीब 60,000 लोगों ने पालू सिटी को छोड़ दिया था. हमें यही तस्वीरें Hindustan Times और Geospatial World पर भी मिलीं.
टाइम-लैप्स वीडियो के बारे में: वीडियो में नैरेटर खुद को 'DAHB07' के रूप में बताता है. हमें ये वीडियो 'DAHB00777'नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला. हमने पाया कि इस चैनल पर अपलोड किए गए दूसरे वीडियो में भी नैरेटर खुद की पहचान यही बता रहे हैं.
ये वीडियो BNPB के हेड सुतोपी पूर्वो नुग्रोहो ने भी शेयर किया था. BNPB इंडोनेशिया में डिजास्टर काउंटर मीजर की नेशनल एजेंसी है.
इंडोनेशिया में हाल में आए भूकंप से हुई कितनी तबाही?: इंडोनेशिया के पश्चिमी जावा प्रांत में 21 नवंबर को आए भूकंप में करीब 271 लोगों की मौत हो गई.
5.6 तीव्रता के भूकंप का केंद्र पश्चिम जावा के शहर सियांजुर के पास था. ये देश की राजधानी जकार्ता से करीब 75 किमी दूर है.
निष्कर्ष: वायरल वीडियो इंडोनेशिया का ही है, लेकिन वीडियो में दिख रहे विजुअल्स, देश में साल 2018 में आए भूकंप से संबंधित हैं.
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