सोशल मीडिया पर कार एक्सीडेंट का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तेज रफ्तार से आ रही एक अनियंत्रित कार दो लड़कियों को टक्कर मार देती है.
दावा: इस पोस्ट को सांप्रदायिक दावों के साथ शेयर कर दावा किया जा रहा है. पोस्ट के साथ शेयर हो रहा कैप्शन है, "हिंदुओ की बहन बेटियों को प्लानिंग के साथ मारा जा रहा है."
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. इस घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
यह घटना मध्यप्रदेश के इंदौर के ऐरोड्रोम थाने की है. हिट-एंड-रन की यह घटना 28 अक्टूबर को हुई थी.
घर के बाहर आंगन में रंगोली बना रही दो लड़कियों को एक तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया था.
मामले में आरोपी का नाम तुषार शाह अग्रवाल है, आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय से आते हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? : हमने इस वायरल वीडियो पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया.
हमें यही वीडियो Lokmat Times की इस रिपोर्ट में मिला, जिसे इंदौर में हुई घटना का बताया गया था.
यहां से अंदाजा लेकर हमने इससे जुड़े कीवर्ड्स इंटरनेट पर सर्च किए, जिसमें हमें इस घटना से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं.
इनमें से ही ABP न्यूज की इस रिपोर्ट में आरोपी का नाम तुषार अग्रवाल बताया गया था.
हमें ANI को दिया गया इंदौर डीसीपी जोन- 1, विनोद कुमार मीणा का यह बयान मिला, जिसमें 1 मिनट 10 सेकेंड पर वह आरोपी का नाम तुषार शाह अग्रवाल बता रहे हैं.
डीसीपी जोन- 1 के मुताबिक यह घटना 28 अक्टूबर 2024 को इंदौर के जयभवानी नगर में घटी थी.
Times of India में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक असिस्टेंट कमिश्नर विवेक सिंह चौहान ने भी आरोपी का नाम तुषार अग्रवाल बताया है.
निष्कर्ष: इंदौर में हुए कार एक्सीडेंट के केस को गलत साम्प्रदायिक दावों के साथ जोड़कर शेयर किया जा रहा है जबकि आरोपी और पीड़ित एक ही समुदाय से है.
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