सोशल मीडिया पर इजरायल (Israel) में सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन की एक फोटो और एक वीडियो वायरल है.
दावा : किया जा रहा है कि ये फोटो हाल की है और इसमें लोग गाजा पर इजरायल के हमले के खिलाफ प्रदर्शन करते इजरायली नागरिक दिख रहे हैं.
फोटो को इजरायल - फिलिस्तीन से जुड़े हैशटेग के साथ शेयर किया जा रहा है. शेयर हो रहा कैप्शन है - ''बेंजामिन नेतन्याहू के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतरी इजरायल की जनता, प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू को बताया हत्यारा.
इज़राइल की जनता ख़ुद अपने PM नेतन्याहू को हत्यारा बता रही है, युद्ध के विरोध में सड़कों पर उतरी है.''
क्या ये सच है ? : नहीं, वायरल फोटो इजरायल की ही है, लेकिन इसका इजरायल - हमास के बीच चल रहे हालिया युद्ध से कोई संबंध नहीं है.
सबसे पहले फोटो का सच जानते हैं : वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें बीबीसी की 12 मार्च 2022 की रिपोर्ट में इससे मिलती जुलती फोटो मिली. फोटो में दिख रहा इजरायल का झंडा और एक लाल झंडा, साथ ही बीच में लाल रंग का रोशनी का घेरा बिल्कुल वायरल फोटो से मिलता जुलता दिख रहा है.
इजराइली सरकार देश की कानून व्यवस्था में बड़े बदलाव की योजना का प्रस्ताव लेकर आई थी. इस प्रस्ताव के विरोध में देश में हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया था. ये फोटो 11 मार्च 2023 की है, जब पूर्वी इजरायल के शहर हइफा में 50,000 लोगों ने सरकार के प्रस्ताव के विरोध में रैली निकाली थी.
यहां से एक अंदाजा लेकर हमने इजरायल में मार्च में हुए इस प्रदर्शन से जुड़ी और तस्वीरें खोजनी शुरू कीं. ऐसी ही एक तस्वीर को हमने वायरल फोटो से मिलाकर देखा तो इसमें और वायरल फोटो में कई समानताएं मिलीं.
अब जानते हैं इस वीडियो का सच :
हमने सबसे पहले नोटिस किया कि वीडियो की शुरुआत में ऊपर की तरफ The Telegraph का लोगो है.
यहां से अंदाजा लेकर हमने यूट्यूब पर इससे जुड़े कीवर्ड सर्च किए. हमें द टेलिग्राफ पर 12 मार्च को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला.
वीडिोय का टाइटल था "Israel's 'biggest ever' protests as Netanyahu govt persists with reforms."
साफ है कि लंबे वीडियो की शुरुआत में जोड़ी गई क्लिप उसी प्रदर्शन की है, जिस प्रदर्शन की वायरल हो रही फोटो है. पर सवाल ये उठता है कि वायरल वीडियो में प्रदर्शन वाले विजुअल के बाद जो हिस्सा दिख रहा है वो कहां का है ? वीडियो में सबसे पहले हमें ABC न्यूज का लोगो दिखा.
ABC News के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर हमने इस वीडियो को खोजना शुरू किया, तो 14 अक्टूबर को अपलोड किया गया वीडियो हमें मिला. इस वीडियो में रिपोर्टर कैमरा की तरफ बोलता दिख रहा है.
वीडियो के डिस्क्रिप्शन से पता चलता है कि ये वीडियो हाल में हुए प्रदर्शन का है. इस प्रदर्शन में लोगों ने इजरायली सरकार से मांग की है कि वो बंधकों को खोजने के लिए और ज्यादा प्रयास करे.
वीडियो में 4:38 मिनट पर रिपोर्टर वही बात कहता दिख रहा है, जो वायरल वीडियो में है.
इजरायल हमास - जंग : जंग अभी भी जारी है. इजरायल मिलिट्री ने कहा है कि गाजा में हमास ने 199 इजरायली लोगों को बंधक बना रखा है. हमास ने इन सभी को इजरायल में हमले के दौरान बंधक बनाया था. गाजा के हमलों से इजरायल में अब तक 1400 लोगों की मौत हो चुकी है. गाजा में अब तक 2700 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इसके अलावा गाजा में खाना, पानी, मेडिकल और फ्यूल की सप्लाई भी बाधित हो रही है.
निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर हमास-इजरायल युद्ध से जोड़कर वायरल वायरल हो रही फोटो फोटो और वीडियो असल में इजरायली सरकार के खिलाफ मार्च 2023 में हुए प्रदर्शन के हैं. इन विजुअल्स को हाल में चल रहे युद्ध से कोई संबंध नहीं.
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