शनिवार 7 सितंबर को चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क टूट गया. विक्रम चांद की सतह से सिर्फ 2.1 किलोमीटर दूर था जब संपर्क टूटा. देशभर से प्रतिक्रियाएं आने लगीं. सोशल मीडिया पर तो जमकर लोग इसके बारे में बात कर रहे थे. ऐसे में ट्विटर पर इसरो चीफ के सिवन का एक फेक अकाउंट भी सामने आया. इस ट्विटर हैंडल से कई ट्वीट हो रहे हैं और 30 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स भी हैं.
आप इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां पर भी देख सकते हैं.
इस ट्विटर अकाउंट से वो वीडियो भी शेयर किया गया था जिसमें पीएम मोदी के सिवन को गले लगाकर, हौसला बढ़ाते दिख रहे हैं.
इस अकाउंट से ऐसा ट्वीट भी किया गया था जो कि इसरो चीफ के ऑफिस का बताया गया.
इस अकाउंट के अलावा भी कई अकाउंट बने हैं. एक ट्विटर अकाउंट पर 19 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं. वहीं कुछ नए हैं जिन अकाउंट पर ज्यादा एक्टिविटी नहीं देखी जा रही है.
हमें क्या मिला?
द क्विंट ने इसरो के प्रवक्ता से बात की और पता चला कि इसरो चीफ के सिवन ट्विटर पर हैं ही नहीं. इसरो प्रवक्ता ने कहा कि डॉ. के सिवन के नाम पर चल रहे ट्विटर अकाउंट फेक हैं और वो के सिवन नहीं चला रहे हैं.
इसरो के फेक अकाउंट
के सिवन के साथ इसरो का भी एक फेक अकाउंट सामने आया जिसका नाम 'इसरो ऑफिशियल अपडेट' है और @shivraj_office के नाम से हैंडल हैं. इस अकाउंट पर ये दावा किया जा रहा है कि ये इसरो का अधिकारिक अकाउंट है.
इस ट्विटर अकाउंट से किए गए पुराने ट्वीट देखा तो पता चला कि इससे पहले राजनीतिक पोस्ट किए जा चुके हैं. इससे इस अकाउंट पर सवाल खड़े होते हैं और इसकी विश्वसनीयता पर भी शक होता है.
बता दें कि ट्विटर पर इसरो का अधिकारिक अकाउंट हैं जो कि ट्विटर ने वेरिफाई किया है. अधिकारिक अकाउंट से ट्वीट कर इसरो ने भी सफाई दी है कि इसरो चीफ ट्विटर पर नहीं हैं.
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