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कश्मीर: 32 साल में पहली बार मनाई गई जन्माष्टमी? नहीं, झूठा है दावा

हमें 2004, 2007 और 2012 की फोटो मिलीं, मतलब श्रीनगर में ये त्योहार मनाया जाता रहा है और ऐसा 32 साल बाद नहीं हुआ.

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कश्मीरी पंडितों ने सोमवार, 30 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीनगर (Srinagar) में एक झांकी निकाली. इसे लेकर कई मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि ऐसा 32 साल बाद हुआ है.

हालांकि, हमें बीते कई सालों जैसे कि 2004 से ऐसे कई उदाहरण मिले कि श्रीनगर में ये त्योहार मानाया जाता रहा है.

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दावा

'Organiser Weekly' नाम के एक ट्विटर हैंडल ने श्रीनगर के लाल चौक पर झांकी निकालते वीडियो को शेयर कर दावा किया कि, ''32 सालों में ऐसा पहली बार है जब कश्मीर में जन्माष्टमी की झांकी यात्रा निकाली गई.''

हमें 2004, 2007 और 2012 की फोटो मिलीं, मतलब श्रीनगर में ये त्योहार मनाया जाता रहा है और ऐसा 32 साल बाद नहीं हुआ.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

इसी तरह News18 और Zee News ने भी एक जैसी हेडलाइन के साथ ही आर्टिकल पब्लिश किए. इनमें से एक की हेडलाइन थी, ''श्रीनगर में 32 साल में पहली बार मनाई गई जन्माष्टमी, लाल चौक में झांकी यात्रा निकाली गई.''

Opindia ने भी अपने आर्टिकल में बताया कि जन्माष्टमी की झांकी यात्रा 32 सालों में पहली बार लाल चौक पर इस तरह से निकाली गई है.Sudarshan News के एडिटर-इन-चीफ सुरेश चव्हाणके ने भी यही दावा किया.

दूसरी तरफ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल ने ट्वीट कर लिखा, 'लालचौक पर जन्माष्टमी का जश्न, यही वो जगह है जहां 1992 में तिरंगा फहराना भी जान जोखिम में डालने जैसा था, ये सब पीएम मोदी के कारण संभव हो पाया है"

पड़ताल में हमने क्या पाया

सोमवार 30 अगस्त के PTI आर्टिकल के मुताबिक, कश्मीरी पंडितों ने श्रीनगर में जन्माष्टमी की झांकी यात्रा निकाली. ये यात्रा हब्बा कदल में स्थित गणपतियार मंदिर से शुरू हुई और कई जगहों से होते हुए लाल चौक के घंटाघर तक पहुंची.

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आर्टिकल में आगे ये भी बताया गया है कि ये यात्रा 2 साल बाद निकाली गई थी. 2020 में कोविड महामारी की वजह से और 2019 में आर्टिकल 370 हटाने की वजह से लॉकडाउन लगा दिया गया था. इसलिए इन दो सालों में ये यात्रा नहीं निकाली गई.

चलिए, अब नजर डालते हैं उन उदाहरणों पर जब श्रीनगर में जन्माष्टमी समारोह मनाया गया था.

श्रीनगर में जन्माष्टमी समारोह की बीते सालों की तस्वीरें

हमने श्रीनगर में आयोजित किए गए बीते सालों के जन्माष्टमी समारोहों के विजुअल सर्च किए. हमें 2004, 2007, 2012, और 2018 की तस्वीरें मिलीं.

नीचे दिए गए स्लाइडशो में Associated Press (AP), Getty images और Alamy सहित अन्य वेबसाइट पर उपलब्ध तस्वीरें देखी जा सकती हैं. (नोट: तस्वीरें देखने के लिए दाएं स्वाइप करें)

  • श्रीनगर में जन्माष्टमी

    (सोर्स: Getty Images)

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इसके अलावा, हमें 2018 में श्रीनगर में जन्माष्टमी मनाने वाले कश्मीरी पंडितों के विजुअल भी मिले, जिन्हें मीडिया आउटलेट Greater Kashmir के यूट्यूब हैंडल पर अपलोड किया गया था.

लाल चौक में जन्माष्टमी समारोह

साल 2007 में Hindustan Times पर पब्लिश जन्माष्टमी यात्रा से जुड़े एक आर्टिकल के मुताबिक, सितंबर , कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति (KPSS) के अध्यक्ष संजय टिक्कू ने कहा था, "1989 के बाद यह पहली बार है कि जुलूस लाल चौक से होकर गुजरा."

हमें 2004, 2007 और 2012 की फोटो मिलीं, मतलब श्रीनगर में ये त्योहार मनाया जाता रहा है और ऐसा 32 साल बाद नहीं हुआ.

ये रिपोर्ट 2007 में पब्लिश हुई थी

(सोर्स:स्क्रीनशॉट/Hindustan Times)

इसके बाद, हमें Getty images पर अपलोड की गई एक तस्वीर मिली, जो अगस्त 2013 में खींची गई थी. फोटो के साथ लिखे कैप्शन के मुताबिक, फोटो में कश्मीरी हिंदू भक्त श्रीनगर में जन्माष्टमी समारोह के दौरान नाचते हुए देखे जा सकते हैं.

फोटो के कैप्शन में बताया गया है कि ''27 अगस्त 2013 को श्रीनगर में कश्मीर हिंदू भक्त जन्माष्टमी के मौके पर नाच रहे हैं. इस साल 28 अगस्त को मनाया जाने वाला जन्माष्टमी, हिंदू भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन का प्रतीक है.''

हमें 2004, 2007 और 2012 की फोटो मिलीं, मतलब श्रीनगर में ये त्योहार मनाया जाता रहा है और ऐसा 32 साल बाद नहीं हुआ.

ये फोटो 2013 में मनाए गए जन्माष्टमी महोत्सव की है.

(सोर्स: Getty Images/ Altered by The Quint)

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हमें 2013 की फोटो में दो दुकानें दिखीं, जिनमें से एक का नाम 'Nishat Dry Fruits' और दूसरी दुकान में 'BEE ENN Stat' लिखा दिखा.

हमने पाया कि ये दोनों दुकानें लाल चौक में ही स्थित हैं. जैसा कि Getty Images पर अपलोड की गई सिटी सेंटर लाल चौक को दिखाने वाली तस्वीर में देखा जा सकता है.

हमें 2004, 2007 और 2012 की फोटो मिलीं, मतलब श्रीनगर में ये त्योहार मनाया जाता रहा है और ऐसा 32 साल बाद नहीं हुआ.

बाएं 2013 की फोटो, दाएं लाल चौक की फोटो

(फोटो: Altered by the Quint)

मतलब साफ है कि कुछ मीडिया आउटलेट और सोशल मीडिया यूजर्स ने हाल में श्रीनगर में मनाई गई जन्माष्टमी के विजुअल शेयर कर झूठा दावा किया है, कि श्रीनगर में 32 साल बाद जन्माष्टमी की झांकी यात्रा निकाली गई है.

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