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सरदार पटेल की ओर से दी गई दावत की फोटो नेहरू की इफ्तार पार्टी की बता वायरल

Fact Check: इस फोटो को शेयर कर ये गलत दावा भी किया गया कि सरदार पटेल ने इस इफ्तार पार्टी का विरोध किया था.

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सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) के साथ डॉ. भीमराव अंबेडकर (Bhimrao Ambedkar) और कई अन्य लोग एक टेबल पर बैठकर खाना खाते नजर आ रहे हैं.

क्या है दावा?: फोटो को सांप्रदायिक दावे से शेयर किया जा रहा है और नेहरू पर 'तुष्टिकरण की राजनीति' का आरोप भी लगाया जा रहा है. कैप्शन में लिखा जा रहा है कि 1947 में नेहरू ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम को इफ्तार पार्टी दी थी.

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साथ ही, ये दावा भी किया जा रहा है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल इस पार्टी में नहीं शामिल हुए थे क्योंकि उन्होंने इसका विरोध किया था.

Fact Check: इस फोटो को शेयर कर ये गलत दावा भी किया गया कि सरदार पटेल ने इस इफ्तार पार्टी का विरोध किया था.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

(फोटो को फेसबुक और ट्विटर दोनों जगह शेयर किया गया है. इनमें से कुछ के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)

सच क्या है?: वायरल फोटो 1947 की नहीं, बल्कि 1948 की है. तब चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को भारत के पहले गवर्नर जनरल के तौर पर नियुक्त किया गया था. इसके जश्न में सरदार पटेल ने सभी को दावत दी थी.

हमने सच का पता कैसे लगाया?: वायरल हो रही फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें स्टॉक इमेज वेबसाइट Alamy पर यही फोटो ब्लैक एंड व्हाइट में मिली.

  • "डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आज़ाद और अन्य मंत्रियों ने चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के भारत के पहले गवर्नर जनरल बनने के उपलक्ष्य में वल्लभभाई पटेल की ओर से कैबिनेट को दिए गए रात्रिभोज के निमंत्रण में हिस्सा लिया. जून 1948''

Fact Check: इस फोटो को शेयर कर ये गलत दावा भी किया गया कि सरदार पटेल ने इस इफ्तार पार्टी का विरोध किया था.

कैप्शन के मुताबिक, ये फोटो जून 1948 की है.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Alamy)

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  • Midday के एक आर्टिकल में भी यही जानकारी दी गई थी. ये स्टोरी विजय सूरवड़े के बारे में थी. जिन्होंने अंबेडकर की बायोग्राफी प्रकाशित की थी.

  • इस बायोग्राफी और रिपोर्ट में वायरल तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है.

  • इसके अलावा, हमें मुंबई कॉर्पोरेशन की ओर से प्रकाशित 'Bharat Ratna Dr Babasaheb Ambedkar' नाम की एक किताब का ऑनलाइन वर्जन भी मिला. इस किताब को डॉ. नरेंद्र जाधव ने लिखा है.

Fact Check: इस फोटो को शेयर कर ये गलत दावा भी किया गया कि सरदार पटेल ने इस इफ्तार पार्टी का विरोध किया था.

यहां पर साफ लिखा है कि ये दावत सरदार पटेल ने दी थी.

(फोटो: Altered by The Quint)

  • कीवर्ड सर्च करने पर हमें फोटो जर्नलिस्ट होमई व्यारावाला की खींची पुरानी तस्वीरों का कलेक्शन मिला.

  • कलेक्शन में वायरल फोटो से मिलती-जुलती फोटो भी थी. हालांकि, ये फोटो अलग एंगल से खींची गई थी.

  • फोटो कैप्शन के मुताबिक, नेहरू के मंत्रिमंडल ने 1948 में सी राजगोपालाचारी के गवर्नर जनरल बनने के बाद पटेल की ओर से आयोजित की गई दावत में हिस्सा लिया था.

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  • इसमें ये भी बताया गया है कि इस पार्टी में कौन-कौन बैठा हुआ है. इसमें लिखा है, ''यहां बैठे हैं: रफी अहमद किदवई, बलदेव सिंह, मौलाना आजाद, जवाहरलाल नेहरू, सी राजगोपालाचारी, सरदार वल्लभभाई पटेल, राज कुमारी, अमृत कौर, जॉन मथाई, जगजीवन राम, मिस्टर गाडगिल, मिस्टर नियोगी, डॉ अंबेडकर, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, गोपालस्वामी अयंगर और जयरामदास दौलतराम''.

  • इस फोटो को बड़ा करने पर सरदार पटेल को भी देखा जा सकता है.

Fact Check: इस फोटो को शेयर कर ये गलत दावा भी किया गया कि सरदार पटेल ने इस इफ्तार पार्टी का विरोध किया था.

इस फोटो में सरदार पटेल को भी देखा जा सकता है.

(फोटो: Altered by The Quint)

निष्कर्ष: सरदार पटेल ने की ओर से आयोजित दावत में भारतीय नेताओं को खाना खाते दिखाती पुरानी फोटो इस झूठे दावे से शेयर की जा रही है कि नेहरू ने आजादी के बाद इफ्तार पार्टी दी थी.

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