दावा
झारखंड में 24 साल के तबरेज अंसारी की मौत के बाद से ही सोशल मीडिया पर इस केस से संबंधित गलत मैसेज और खबरें वायरल हो रही हैं.
अंसारी को झारखंड में भीड़ ने चोरी के शक में मारा था और उसे जयश्री राम के नारे लगाने के लिए मजबूर भी किया गया था. मारने के बाद भीड़ ने उसे झारखंड पुलिस के हवाले कर दिया था. 22 जून को तबरेज अंसारी की मौत हो गई थी.
अब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि अंसारी के हत्यारे की मौत हो गई है.
द क्विंट को ये सवाल उसके WhatsApp हेल्पलाइन नंबर पर मिला.
सच या झूठ?
इस दावे में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है. पहला, इस दावे में कहा गया है कि 'हत्यारे की मौत हो गई', लेकिन अंसारी की मौत के मामले में कोई भी दोषी करार नहीं है. इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जो अभी न्यायिक हिरासत में हैं.
हमें जांच में क्या मिला?
द क्विंट ने झारखंड सरायकेला के एसपी कार्तिक एस से बात की, जिन्होंने ऐसे किसी दावे से इनकार कर दिया. उन्होंने पुष्टि की है कि सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं.
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस सरायकेला-खारसवान और धातकिदीह में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरा काम कर रही है.
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 11 आरोपियों में से, पप्पू मांडा ने दावा किया है कि इस घटना के समय वो वहां नहीं था. मामले की जांच जारी होने के कारण एसपी ने इसपर आगे कुछ कहने से मना कर दिया.
तबरेज अंसारी मामले की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की गई है. इस मामले में दो पुलिस अधिकारियों को भी सस्पेंड किया गया है.
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