सोशल मीडिया पर दो काबुल एयरपोर्ट की दो तस्वीरें वायरल हो रही हैं. इनमें बैकग्राउंड में धुआं उठता देखा जा सकता है.
इन तस्वीरों को Afghanistan की राजधानी Kabul में हुए हाल के बम धमाकों से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. जिनमें करीब 60 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की जान चली गई है.
हालांकि, दोनों की तस्वीरों पुरानी हैं, जिनमें से एक 2015 और दूसरी 16 अगस्त 2021 की है. खबर आने के बाद इनमें से एक तस्वीर को कई न्यूज चैनल ने इस्तेमाल भी किया है.
दावा
ABP News ने काबुल एयरपोर्ट के पास हुए धमाकों से जुड़ी रिपोर्ट में एक तस्वीर का इस्तेमाल किया है.
India Today और Republic जैसे मीडिया आउटलेट ने भी 26 अगस्त को हुए धमाकों पर अपनी रिपोर्ट में इस तस्वीर को छापा. हालांकि, बाद में India Today ने अपना ट्वीट हटा लिया.
शिरोमणि अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी हालिया विस्फोट पर अपने ट्वीट में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया.
इसके अलावा, एक और तस्वीर को काबुल में हाल में ही हुए विस्फोट से जोड़ा जा रहा है. Zee News के एडिटर इन चीफ और सीईओ सुधीर चौधरी ने भी इसे शेयर किया है. हालांकि, बाद में सुधीर चौधरी ने इस बारे में एक और ट्वीट कर करेक्शन बताया कि ये तस्वीर पुरानी है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने पाया कि दोनों ही तस्वीरें पुरानी हैं और इनका 26 अगस्त को हुए विस्फोटों से कोई संबंध नहीं हैं. आइए दोनों तस्वीरों पर एक-एक कर नजर डालते हैं.
फोटो 1
फोटो को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें Daily Mail का 16 अगस्त को पब्लिश एक आर्टिकल मिला. इसमें इस वायरल तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था और तस्वीर के क्रेडिट में लिखा था न्यूज एजेंसी AFP via Getty Images.
Getty Images पर वायरल फोटो के कैप्शन में लिखा गया था कि ये फोटो 16 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट में खींची गई है.
फोटो के कैप्शन में लिखा गया था, ''अफगान लोग 16 अगस्त 2021 को काबुल में काबुल एयरपोर्ट पर इंतजार कर रहे हैं, इसलिए अमेरिकी सैनिक पहरा दे रहे हैं. अफगानिस्तान में 20 साल के युद्ध के अचानक से खत्म होने के बाद, हजारों लोगों ने कट्टरपंथियों से बचने के लिए शहर के एयरपोर्ट में भीड़ लगा दी थी.''
मतलब साफ है कि ये तस्वीर 16 अगस्त को खींची गई है, इसलिए इसका 26 अगस्त को हुए विस्फोटों से कोई संबंध नहीं है.
फोटो 2
हमने इस फोटो को भी गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 10 अगस्त 2015 को IBTimes पर पब्लिश एक आर्टिकल मिला. इसमें इस वायरल फोटो का इस्तेमाल किया गया था. आर्टिकल के मुताबिक, ये फोटो हामिद करजई इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर तब खींची गई थी, जब एयरपोर्ट के अंदर जाने वाले गेट के पास ब्लास्ट हुआ था.
हमने घटना से जुड़े जरूरी कीवर्ड इस्तेमाल कर सर्च करके देखा. हमें अफगानिस्तान के एक मीडिया 1TV की ओर से शेयर किए गए ट्वीट मिले, जिनमें ऐसे ही विजुअल थे.
Reuters की 10 अगस्त 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट के एंट्रेंस गेट के पास एक कार में बम विस्फोट हुआ था, जिसकी जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी और कहा था कि ऐसा विदेशी ताकतों को निशाना बनाने के लिए किया गया है.
न्यूज एजेंसी ने इस घटना की तस्वीरें भी ली थीं. इनमें से एक तस्वीर का मिलान वायरल तस्वीर से करने पर हमें गेट का एक जैसा स्ट्रक्चर देखने को मिला.
काबुल एयरपोर्ट के पास 26 अगस्त को हुए दो विस्फोटों में करीब 60 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे. इस घटना की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (IS) ने ली है. दो आत्मघाती हमलावरों ने इस घटना को अंजाम दिया था.
मतलब साफ है कि काबुल एयरपोर्ट की पुरानी तस्वीरें, इसी जगह 26 अगस्त को हुए विस्फोटों से जोड़कर गलत दावे से शेयर की जा रही हैं.
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