गणतंत्र दिवस परेड पर दिल्ली की झांकी से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि दिल्ली की झांकी में सिर्फ अजान सुनाई गई और मस्जिद दिखाई गई . हालांकि, असल में 11 सेकंड का ये वीडियो पूरे वीडियो का एक हिस्सा है. पूरे वीडियो में चर्च, गुरुद्वारा और मंदिर भी दिखाए गए हैं.
दावा
अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक अन्य यूजर द्वारा शेयर किए गए 11 सेकंड के वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा - दिल्ली न तो सेक्युलर है और न ही टॉलरेंट. अगले ट्वीट में कंगना ने लिखा - ये भारत की राजधानी की झांकी है, क्या ये किसी इस्लामिक या क्रिस्चन मजॉरिटी देश के गणतंत्र दिवस को हो सकता था? सोचो और पूछो. कंगना के ट्वीट को रिपोर्ट लिखे जाने तक 2 हजार से ज्यादा बार रीट्वीट किया जा चुका है.
दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते इस अधूरे वीडियो को ट्विटर और फेसबुक पर कई यूजर ने शेयर किया.
पड़ताल में हमने क्या पाया
डीडी नेशनल के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 26 जनवरी की परेड का पूरा वीडियो हमने चेक किया. वीडियो में 01:56:23 मिनट के बाद दिल्ली की झांकी आती है, जिसका नाम है शाहजहांनाबाद - चांदनी चौंक का पुनर्विकास. शुरुआत में वही ऑडियो सुनाई देता है, जो वायरल वीडियो में है. लेकिन इसके बाद म्यूजिक बदलता है और सिख प्रार्थना एक ओमकार सुनाई देती है.
झांकी में सूत्रधार बताता है - झांकी में दिल्ली की बेहतर गलियां, ओपन पब्लिक प्लाज्मा. साइकिल लेन, बेहतर चलने के रास्ते और अलग-अलग धार्मिक स्थानों पर होने वाली प्रार्थनाओं को शामिल किया गया है.
झांकी में मस्जिद के अलावा मंदिर, चर्च और गुरुद्वारा भी हैं. वीडियो में 01:57:22 मिनट के बाद ये सारे विजुअल देखे जा सकते हैं.
दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने द हिंदू को बताया - झांकी धार्मिक और सांस्कृतिक सौहार्द का संदेश देती है. ये संदेश देने के लिए इसमें 1.3 से 1.5 किलोमीटर के पैदल रास्ते पर दो मंदिर, एक गुरुद्वारा, एक चर्च और एक मस्जिद को दिखाया गया है. ये सभी धार्मिक स्थल चांदनी चौक के पुनर्विकास कार्यक्रम का हिस्सा हैं. वहीं झांकी में दिख रहा साइकिल सवार एक मेगासिटी के लिए स्थायी भविष्य का प्रतीक है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)