लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) के बीच नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से कांग्रेस के उम्मीदवार कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. तस्वीर में कन्हैया कुमार के हाथ में ड्रिप लगी है और उन्हें आराम करते हुए देखा का सकता है.
दावा: तस्वीर को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि कन्हैया कुमार उन पर हुए हालिया हमले की वजह से इस हाल में पहुंच गए हैं.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. कन्हैया कुमार की यह तस्वीर आठ साल पुरानी है. कन्हैया कुमार की यह तस्वीर तब की है जब वह JNU प्रशासन के खिलाफ भूख-हड़ताल पर बैठ गए थे.
यह तस्वीर कन्हैया कुमार और बाकी छात्रों की भूख हड़ताल के दसवें दिन की है.
साल 2016 में कन्हैया कुमार और अन्य छात्रों ने JNU प्रशासन से मिली सजा के खिलाफ भूख हड़ताल की थी क्योंकि उसी साल JNU में 09 फरवरी को बड़ा हंगामा हुआ था.
09 फरवरी 2016 को JNU में कथित तौर पर देश-विरोधी नारेबाजी के आरोप में प्रशासन ने कुछ छात्रों को जांच पूरी होने से पहले ही सजा सुना दी थी.
PTI के हवाले से लिखी गई रिपोर्ट के मुताबिक तबीयत बिगड़ने की वजह से कन्हैया ने अपना अनशन खत्म कर दिया था.
2016 की अन्य न्यूज रिपोर्ट्स: इसके अलावा Rediff.com नाम की एक अन्य न्यूज वेबसाइट पर की गई रिपोर्ट में भी हमें कन्हैया कुमार की यही तस्वीर दिखाई दी. यह रिपोर्ट भी 07 मई 2016 को छपी थी, जिसमें लिखा था कन्हैया ने भूख हड़ताल खत्म की, AIIMS से मिली छुट्टी.
Patrika.com पर भी कन्हैया कुमार की यह तस्वीर न्यूज रिपोर्ट के लिए इस्तेमाल की गई थी जिसे 06 मई 2016 को अपलोड किया गया था.
कन्हैया कुमार पर हालिया हमला: कन्हैया कुमार पर 17 मई को हमला हुआ था, जब कन्हैया कुमार उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से स्थानीय पार्षद छाया शर्मा के साथ पार्टी की बैठक के बाद न्यू उस्मानपुर में AAP कार्यालय से बाहर आ रहे थे. तभी लोगों के एक समूह ने उन पर हमला कर दिया था. जिसमें से एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस हमले के बाद भी कन्हैया ने अपना चुनाव प्रचार जारी रखा था.
निष्कर्ष: कन्हैया कुमार की आठ साल पुरानी तस्वीर को हालिया बताकर लोक सभा चुनाव से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है.
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