8 फरवरी, मंगलवार को कर्नाटक (Karnataka) में शैक्षणिक संस्थानों में मुस्लिम महिलाओं के हिजाब पहनने के विरोध में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुआ. कर्नाटक के शिमोगा के एक सरकारी कॉलेज में एक लड़के ने पोल पर चढ़कर भगवा झंडा फहरा दिया, जिसका वीडियो वायरल हो गया.कांग्रेस के डीके शिवकुमार सहित कई लोगों ने दावा किया कि लड़के ने भगवा झंडा फहराने के लिए राष्ट्रीय ध्वज हटा दिया.
हालांकि, हमने पाया कि वीडियो में ऐसा कहीं नहीं दिख रहा, जैसा कि दावा किया जा रहा है. ये भगवा झंडा फहराने वाली बात तो सच है, लेकिन उसे एक खाली पोल पर लगाया गया था, न कि राष्ट्रीय ध्वज को हटाकर.
दावा
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने बिना किसी विजुअल को शेयर किए दावा किया कि राष्ट्रीय ध्वज हटाकर भगवा झंडा लगाया गया. (इसका आर्काइव आप यहां देख सकते हैं)
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''मुझे लगता है कि कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रभावित संस्थानों को एक हफ्ते के लिए बंद कर देना चाहिए.
खुद को ट्विटर पर कांग्रेस नेता बताने वाले एक अन्य यूजर अरमान ने इसी दावे के साथ विजुअल भी शेयर किया.
कहां की है घटना?
ये घटना कर्नाटक के शिमोगा स्थित गवर्नमेंट फर्स्ट ग्रेड कॉलेज, बापूजी नगर की है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, झंडा फहराने वाला छात्र भगवा लपेटे उन प्रदर्शनकारियों के ग्रुप से था जो हिजाब पहनने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.
क्या हटाया गया था राष्ट्रीय ध्वज?
हमने इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए, इस घटना को कवर करने वाले पत्रकार से संपर्क किया. उन्होंने इस दावे को खारिज करते हुए बताया कि जब भगवा झंडा फहराया जा रहा था तब वहां राष्ट्रीय ध्वज नहीं था.
हमने GFGC के प्रिंसिपल धनंजय बीआर से बात की. उन्होंने हमें बताया कि मंगलवार की सुबह झंडे वाला पोल खाली था और बाद में कुछ लोगों ने उस पर भगवा झंडा लगा दिया.
प्रिंसिपल ने बताया, '' मैंने 26 जनवरी की शाम करीब 5:40 बजे फ्लैग पोस्ट से राष्ट्रीय ध्वज हटवा लिया गया था और इसे सुरक्षित रख दिया गया.''
उन्होंने मंगलवार सुबह की एक तस्वीर भी हमसे शेयर की जिसमें झंडे का पोल खाली देखा जा सकता है.
हमें न्यूज एजेंसी ANI पर शिमोगा के एसपी लक्ष्मी प्रसाद की एक बाइट मिली. न्यूज एजेंसी से बातचीत में शिमोगा एसपी ने कहा:
"ऐसी खबर थी कि राष्ट्रीय ध्वज को नीचे कर उसकी जगह पर भगवा झंडा लगाया गया था, लेकिन पोल पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं थी. सिर्फ एक भगवा झंडा ही पोल पर फहराया गया था, जिसे बाद में खुद उन लोगों ने हटा दिया.''
हमें कई पत्रकारों और NSUI के सदस्यों की ओर से पोस्ट किए गए ट्वीट्स भी मिले. जिनमें दिखाया गया था कि मंगलवार को जहां भगवा झंडा फहराया गया था, वहां फिर से एक राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया था.
प्रिंसिपल ने बताया कि उनकी अनुमति के बिना ऐसा किया गया था और उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. उन्होंने इसकी जानकारी एसपी को दी, जिसके बाद प्रोटकॉल के मुताबिक राष्ट्रीय ध्वज उतारा गया.
मतलब साफ है, कि ये दावा गलता है कि कर्नाटक के शिमोगा स्थित कॉलेज में भगवा झंडा फहराने के लिए राष्ट्रीय ध्वज हटाया गया.
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