गंभीर रूप से घायल तीन लोगों की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल है.
क्या है दावा?: तस्वीरों को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Elections 2023) में कांग्रेस की जीत के बाद जैन मुनियों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हमला किया.
(नोट: तस्वीरें विचलित करने वाली हैं, इसलिए हमने इनसे जुड़े किसी भी आर्काइव लिंक का इस्तेमाल स्टोरी में नहीं किया है.)
(दावे से जुड़ी क्वेरी हमारी WhatsApp टिपलाइन पर भी आई है.)
सच क्या है?: वायरल हो रही सभी तस्वीरें पुरानी हैं, जिन्हें हाल का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
यहां ध्यान देना जरूरी है कि ये तस्वीरें कई बार अलग-अलग संदर्भ के साथ शेयर की जाती रही हैं. जिनकी पड़ताल कई फैक्ट चेकर्स ने की है.
पहली तस्वीर:
सबसे पहले हमने पहली तस्वीर को अलग कर उस पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
इससे हमें 7 सितंबर 2018 का एक ट्वीट मिला, जिसमें इसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था. ट्वीट में यूजर ने घटना को उत्तरप्रदेश का बताया था.
हालांकि, हम स्वतंत्र रूप से ये पता नहीं कर पाए कि तस्वीर कहां की है और इसका संदर्भ क्या है, लेकिन ये साफ है कि ये तस्वीर हाल की नहीं बल्कि पुरानी है. और इसका कर्नाटक विधानसभा चुनाव से कोई संबंध नहीं है.
दूसरी तस्वीर:
द क्विंट ने 2018 में एक फैक्ट चेक रिपोर्ट पब्लिश की थी, इस पड़ताल में सामने आया था कि ये फोटो उत्तरप्रदेश की है.
Royal Bulletin नाम की न्यूज वेबसाइट पर पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में पत्नी के साथ घरेलू विवाद में एक शख्स घायल हो गया था.
वेबसाइट के एडिटर ने SMHoaxSlayer से इस बात की पुष्टि की थी कि ये तस्वीर उनके साथ काम कर रहे पत्रकार ने खुद क्लिक की थी.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि पुलिस ने कार्रवाई से इनकार कर दिया था.
तीसरी तस्वीर:
तीसरी तस्वीर को गूगल लेंस की मदद से सर्च करने पर हमें Deccan Chronicle की रिपोर्ट में यही तस्वीर मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक, Postcard News नाम के ऑनलाइन पोर्टल के को-फाउंडर महेश विक्रम हेगड़े को फेक न्यूज फैलाने के आरोप में गिरफ्तार गिया गया था.
हेगड़े ने तस्वीर ट्वीट कर दावा किया था कि कर्नाटक में एक जैन मुनि पर एक मुस्लिम शख्स ने हमला किया था.
साधु की पहचान उपाध्याय मयंक सागर जी महाराज के रूप में हुई थी.
रिपोर्ट में आगे ये भी बताया गया है कि पुलिस ने वायरल दावे को गलत बताया था और कहा था कि साधु का एक्सीडेंट हो गया था, जिस वजह से उन्हें मामूली चोटें आई थीं.
NDTV पर भी ऐसी ही रिपोर्ट पब्लिश हुई थी.
निष्कर्ष: साफ है कि तीनों तस्वीरें पुरानी हैं और ये दावा भी गलत है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद मुस्लिमों ने जैन मुनियों पर हमला किया.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
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