भगवान शिव के वाहन नंदी की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दावा किया जा रहा है कि ये फोटो वाराणसी (Varanasi) स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर की है.
दावे में ये भी कहा गया है कि नंदी की मूर्ति का चेहरा ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) के सामने है. साथ ही उस दावे पर भी जोर दिया गया जिसके मुताबिक 17वीं सदी में विश्वेश्वर मंदिर को ध्वस्त कर वहां मस्जिद का निर्माण किया गया था.
हालांकि, ये फोटो महाराष्ट्र के वाई में स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर की है, न कि वाराणसी में मौजूद काशी विश्वनाथ मंदिर की.
दावा
फोटो शेयर कर इंग्लिश में जो टेक्स्ट लिखा जा रहा है उसका हिंदी अनुवाद इस प्रकार है, ''नंदी का मुंह हमेशा शिवलिंग की तरफ होता है, लेकिन काशी विश्वनाथ के नंदी का मुंह ज्ञानवापी मस्जिद की ओर है, जो कि असलियत में एक मंदिर था. नंदी दरवाजे की तरफ देख रहे हैं और अपने मालिक के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं.''
पड़ताल में हमने क्या पाया?
वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें नंदी की यही फोटो स्टॉक इमेज वेबसाइट Alamy पर मिली.
फोटो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, ये फोटो महाराष्ट्र के वाई सतारा में स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर की है.
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यही फोटो स्टॉक फोटो की एक अन्य वेबसाइट Shutterstock पर भी मिली. यहां मूर्ति की कई तस्वीरें अपलोड की गई हैं.
इन तस्वीरों के टाइटल के मुताबिक, ये तस्वीरें महाराष्ट्र स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर की हैं.
ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़ी कई फोटो इंटरनेट पर शेयर की जा रही हैं, जो वहां की हैं ही नहीं. आप ज्ञानवापी विवाद से जुड़े हमारे और फैक्ट चेक यहां पढ़ सकते हैं.
मतलब साफ है कि नंदी की ये फोटो वाराणसी की नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की है.
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