सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक बच्चा अपने पिता को ढूंढता हुआ रोता दिख रहा है. वीडियो को केरल (Kerala) में 'हिंदुओं की स्थिति' का बताकर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
किस किसने शेयर किया वीडियो ? : मिस्टर सिन्हा नाम के X ब्लू सब्सक्राइबर ने वीडियो को इसी दावे से शेयर किया. रिपोर्ट लिखे जाने तक वीडियो को 18 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
क्या ये सच है ? : नहीं, वायरल हो रहा वीडियो अधूरा है और इसे गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. वीडियो किसी सांप्रदायिक घटना का नहीं है.
पूरे वीडियो में देखा जा सकता है कि रोते हुए पुलिस से गुहार लगा रहा बच्चा कुछ सेकंड बाद ही अपने पिता के आने पर चुप हो जाता है.
मामले से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स से पता चलता है कि ये घटना सबरीमाला मंदिर में नियंत्रण से बाहर हो गई भीड़ की थी, ये कोई सांप्रदायिक मामला नहीं.
केरल पुलिस ने क्विंट हिंदी को बताया कि बच्चे के पिता बस में ही मौजूद थे, लेकिन जब वो बस से उतरकर कुछ खरीदने गए, तो बच्चा घबरा गया.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : हमने नोटिस किया कि वायरल वीडियो में Asianet News का लोगो है, हमने इस चैनल पर ये पूरी रिपोर्ट सर्च करनी शुरू की तो हमें वायरल क्लिप का लंबा वर्जन मिला.
लंबे वर्जन में देखा जा सकता है कि बच्चा रोता है, लेकिन उसके कुछ समय बाद ही उसके पिता आते हैं और वो रोना बंद कर देता है.
क्विंट हिंदी ने केरल पुलिस मुख्यालय के मीडिया सेल से संपर्क किया, जहां से पुष्टि की गई कि
''बच्चे के पिता बस में ही मौजूद थे. लेकिन, वो कुछ खरीदने के लिए बस से उतरे तो भारी भीड़ के कारण बच्चा घबरा गया. हालांकि, जैसा कि वीडियो में दिख रहा है कुछ देर बाद ही पिता आते हैं तो बच्चा शांत हो जाता है. ये बच्चे के घबराने का मामला है, इस दौरान मौके पर कोई सांप्रदायिक घटना नहीं हुई.''
केरल के पम्पा पुलिस थाने में इंसपेक्टर महेशकुमार एस ने भी पुष्टि की कि ये दावा भ्रामक है.
न्यूज रिपोर्ट्स :
Asianet पर भी वीडियो में रोते दिख रहे इस बच्चे को लेकर रिपोर्ट छपी है. इसमें बताया गया है कि भारी भीड़ के चलते कई श्रद्धालुओं को सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन किए बिना ही लौटना पड़ा. इसी भीड़ में एक बच्चा जब कुछ देर के लिए अपने पिता से अलग हो गया तो घबराकर रोने लगा और पुलिस से मदद मांगने लगा. हालांकि, कुछ देर में ही जब उसके पिता ने हाथ हिलाया तो बच्चा ठीक हो गया.
हिंदुस्तान टाइम्स पर छपी मामले की रिपोर्ट में केरल के सन्नीधनम पुलिस का बयान है कि ''हां, वायरल वीडियो में दिख रहे बच्चे को उसके पिता मिल गए थे. मगर एक वर्ग ने वीडियो को काटकर सच छुपाने की कोशिश की.''
केरल के मंडल-मकरविलक्कू उत्सव के बीच सबरीमाला मंदिर में बढ़ी रही भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए केरल हाई कोर्ट ने प्रशासन को दिशा निर्देश भी जारी किए हैं.
निष्कर्ष : केरल के सबरीमाला मंदिर में भीड़ के चलते घबरा गए बच्चे के वीडिय़ो को हिंदुओं की स्थिति से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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