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लोकसभा चुनाव से जोड़कर वायरल केशव प्रसाद मौर्य का पुराना वीडियो

वायरल वीडियो साल 2022 के जनवरी महीने का है, तब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जारी थे.

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सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के उप- मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लोक सभा चुनावों के बीच हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है. वीडियो में केशव प्रसाद मौर्य भीड़ से घिरे नजर आ रहे हैं.

क्या है दावा ?: वीडियो को लोकसभा चुनाव के साथ जोड़कर इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है "कौशांबी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का भारी विरोध हुआ है. यूपी में भाजपा को 10 सीटों के लाले पड़े हैं."

(ऐसे ही दावे करने वाले अन्य पोस्ट के अर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)

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क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह वीडियो पुराना है इसका लोकसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है.

  • वायरल वीडियो साल 2022 के जनवरी महीने का है, तब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों का दौर था.

  • The Quint ने इस घटना पर रिपोर्ट भी की थी, जिसके मुताबिक जब केशव प्रसाद मौर्य जिला पंचायत सदस्य पूनम मौर्य के घर गए थे तो स्थानीय लोगों ने उनका घेराव किया था क्योंकि उनके पति राजीव मौर्य पांच दिनों से लापता थे.

  • नेशनल हेराल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारी राजीव के लापता होने से परेशान थे और मामले में पुलिस की निष्क्रियता से नाराज थे.

हमनें सच का पता कैसे लगाया ? हमनें इस वायरल वीडियो से जुड़े "Keshav prasad Maurya kaushambi protest" जैसे कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया.

  • हमें साल 2022 में The Quint की यह रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो जैसे ही विजुअल्स थे और इस घटना के बारे में बताया गया था.

  • The Quint के Youtube चैनल पर यही वीडियो भी है, जिसे जनवरी 2022 में अपलोड किया गया था.

News18 Virals पर भी यही वीडियो साल 2022 में अपलोड किया गया था.

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अन्य न्यूज रिपोर्ट्स: इस घटना पर Indian Express, ABP Live, HW News English समेत अन्य मीडिया आउटलेट्स ने भी रिपोर्ट किया था.

Indian Express में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, "उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को कौशांबी जिले के सिराथू में एक जिला पंचायत सदस्य के आवास पर जाने के दौरान स्थानीय लोगों के एक समूह ने घेर लिया था, जो तीन दिनों से लापता है. हालांकि, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कहा कि ग्रामीण मामले में "पुलिस की प्रतिक्रिया" के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे."

निष्कर्ष: केशव प्रसाद मौर्य के पुराने वीडियो को हालिया लोक सभा चुनावों से जोड़कर भ्रामक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है.

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