केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू (Kiren Rijiju) की एक फोटो वायरल हो रही है. फोटो में उन्हें कुछ सैनिकों के साथ देखा जा सकता है.
क्या है दावा?: हाल में ही अरुणाचल के तवांग (Tawang) में भारत-चीन (India China) सैनिकों के बीच झड़प हुई है. फोटो को इसी झड़प से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये फोटो तवांग के यांग्त्से क्षेत्र में रिजिजू के हालिया दौरे की है.
किसने किया है शेयर?: फोटो को Times Now, OpIndia, All India Radio और Zee News जैसे कई मीडिया ऑर्गनाइजेशन ने इसी दावे से शेयर किया है.
ऐसे ही और पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
रिजिजू ने इस तस्वीर को 17 दिसंबर को ट्वीट किया था, जिसका आर्काइव आप यहां देख सकते हैं.
ट्वीट कैप्शन में रिजिजू ने लिखा था कि तवांग का यांग्त्से एरिया सुरक्षित है क्योंकि यहां सेना की पर्याप्त तैनाती है.
ये तस्वीर रिजिजू ने राहुल गांधी के उस वीडियो के जवाब में शेयर किया था, जिसमें राहुल गांधी भारत-चीन सीमा पर सेना के पीटे जाने और केंद्र सरकार की विफलता पर सवाल उठाते दिख रहे हैं.
क्या है सच? :
असल में ये फोटो 3 साल पुरानी है. तब किरेन रिजिजू ने ऐसी ही फोटो अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट की थी.
ट्वीट के कैप्शन के मुताबिक, तब रिजिजू ने अरुणाचल प्रदेश में इंडियन आर्मी की इनफैंट्री रेजीमेंट अरुणाचल स्काउट्स से मुलाकात की थी.
हमने सच का पता कैसे लगाया? :
हमने पाया कि वायरल दावे के साथ शेयर हो रही फोटो के जवाब में कई सोशल मीडिया यूजर्स ने कमेंट करके बताया था कि ये फोटो 2019 की है.
यहां से क्लू लेकर हमने रिजिजू का ट्विटर अकाउंट चेक किया, तो हमें ऐसी ही फोटो मिली जिसे 29 अक्टूबर 2019 को ट्वीट किया गया था.
दोनों तस्वीरों की तुलना करने पर साफ समझ आता है कि दोनों फोटो एक ही दिन की हैं.
क्या हाल में तवांग का दौरा किया है रिजिजू ने?: क्विंट ने स्थानीय पत्रकार और पुलिस अधिकारियों से बात की. जिन्होंने बताया कि झड़प के बाद रिजिजू ने तवांग का दौरा नहीं किया है.
क्या हुआ है तवांग में?:
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों में झड़प हुई है. घटना 9 दिसंबर की बताई जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों तरफ से एक-दूसरे को लाठी और डंडों से पीटा गया.
इस घटना के बारे में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा है कि ''किसी भी भारतीय सैनिक की मौत नहीं हुई है" और इस मुद्दे पर चीन के साथ कूटनीतिक रूप से बात की जाएगी.
निष्कर्ष: साफ है कि कई मीडिया ऑर्गनाइजेशन ने केंद्रीय मंत्री रिजिजू के 2019 में किए गए दौरे की तस्वीर हाल की बताकर भ्रामक दावे से शेयर की है.
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