.सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की एक ब्लैक एंड व्हाइट फोटो शेयर की जा रही है. फोटो में उनके साथ एक छोटे बालों वाली युवती बैठी नजर आ रही है. फोटो के साथ शेयर किए गए टेक्स्ट में लिखा गया है कि स्वतंत्रता संग्राम इतना भयंकर था कि उन्हें अपनी नाक से लड़ना पड़ा.
हालांकि, हमने पाया कि ये फोटो एडिटेड है. ओरिजिनल फोटो में महात्मा गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू बैठे दिख रहे हैं, जिसमें दोनों को बातचीत करते हुए देखा जा सकता है.
दावा
फोटो के साथ शेयर किए गए टेक्स्ट में लिखा गया है, “आज़ादी की भयंकर आर पार की लड़ाई- में गाँधी जी को नाक से भी लड़ना पड़ता था तब जा कर आज़ादी मिली!!”
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने फोटो से उतना हिस्सा क्रॉप किया जिसमें महात्मा गांधी दिख रहे हैं. इसके बाद, उस पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें Storypick नाम की एक मीडिया वेबसाइट पर 22 जुलाई 2015 की एक स्टोरी मिली.
इस आर्टिकल में बताया गया कि ये फोटो 'फोटोशॉप कर बनाई गई है' और ओरिजिनल फोटो में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू के साथ बैठे हुए हैं.
आर्टिकल में दोनों लीडर्स की ओरिजिनल फोटो भी इस्तेमाल की गई है.
इस फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें Wikimedia commons पर दोनों लीडर्स की यही फोटो मिली. फोटो में Associated Press के Max Desfor को क्रेडिट दिया गया था. फोटो में लगे डेट स्टाम्प के मुताबिक ये फोटो 6 जुलाई, 1946 को खींची गई थी.
यहां AP की वेबसाइट पर जाने का लिंक भी दिया गया है, जहां से फोटो का बिना क्रॉप किया हुआ वर्जन देखा जा सकता है.
दोनों तस्वीरों में, महात्मा गांधी एक ही स्थिति में बैठे हुए हैं और उन्हें कागजों का एक बंडल पकड़े देखा जा सकता है.
मतलब साफ है कि सोशल मीडिया पर महिला के साथ बैठे महात्मा गांधी की जो फोटो शेयर हो रही है, वो एडिटेड है. ओरिजिनल फोटो में महिला नहीं, पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू बैठे हुए हैं.
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