फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक आदमी हाथ जोड़कर पुलिस के सामने गिड़गिड़ाता नजर आ रहा है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि ये शख्स कुख्यात अपराधी है और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) का पूर्व सांसद है.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम नाम नईम है और वह बीएसपी का सदस्य नहींं है.
दावा
वीडियो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - ''He is not a beggar but former MP of BSP and a wanted gangster. And this is how he surrendered in front of UP police after they announced a reward over his head. Ye dar accha hai (This fear is good)''
हिंदी अनुवाद- ''वह कोई भिखारी नहीं, बल्कि बीएसपी का पूर्व सांसद और एक वांछित गैंगस्टर है. पुलिस ने इसके सिर पर इनाम घोषित किया था, इसलिए इसने यूपी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. ये डर अच्छा है.’’
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने इस वायरल वीडियो को InVid गूगल क्रोम एक्सटेंशन का इस्तेमाल करके कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से एक कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 28 सितंबर 2020 को अपलोड किया गया NDTV का एक वीडियो मिला.
वीडियो के तीसरे मिनट में एंकर को वायरल वीडियो से संबंधित घटना के बारे में बोलते हुए सुना जा सकता है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के नखासा पुलिस स्टेशन में एक अपराधी ने सरेंडर किया था. अपराधी पर 15,000 रुपये का इनाम था. अधिकारियों ने बताया कि सरेंडर करते समय उसने गर्दन में एक कबूलनामा लटका रखा था जिसमें लिखा ‘’गोली मत चलाना”. रिपोर्ट में अपराधी का नाम नईम बताया गया है.
इसके बाद, हमने गूगल पर ''Criminal surrenders with don’t shoot me placard in UP'' कीवर्ड सर्च किया. हमें India Today और Times of India की रिपोर्ट्स मिलीं. इनमें भी वही लिखा गया था जो NDTV की रिपोर्ट में था.
हालांकि, इनमें से किसी रिपोर्ट में अपराधी के बीएसपी से पूर्व में जुड़े होने के बारे में नहीं बताया गया था.
हम MyNeta वेबसाइट पर जाकर नईम से जुड़ी जानकारी खोजी. हमें इस नाम के 25 राजनेता मिले. लेकिन इनमें से कोई भी नेता बीएसपी का नहीं था. बता दें कि MyNeta वेबसाइट पर भारत में चुनाव संबंधी जानकारी का डेटाबेस होता है.
मतलब साफ है कि वीडियो में यूपी पुलिस के सामने सरेंडर करता दिख रहा अपराधी बीएसपी से जुड़ा हुआ नहीं है. इस वीडियो को गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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