सोशल मीडिया पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का एक वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल की आलोचना की है, क्योंकि उन्होंने वैक्सीनेशन करने के बजाए सिर्फ विज्ञापन किया है.
हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो एडिटेड है. उनकी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो के कुछ अलग-अलग हिस्सों को इस तरह से उठाकर आपस में जोड़ा गया है कि देखने में ऐसा लगे कि वो केजरीवाल के बारे में ही बात कर रहे हैं.
सिसोदिया ने जो कुछ भी कहा वो वीडियो में है, लेकिन वीडियो का टेक्स्ट भ्रामक है, क्योंकि उन्होंने केजरीवाल की आलोचना नहीं की. बल्कि उन्होंने केंद्र को इस बात के लिए फटकारा था कि ''सभी के लिए वैक्सीन'' के प्रचार के बजाय नागरिकों को कोविड-19 वैक्सीन क्यों नहीं उपलब्ध कराई जा रही है.
बता दें कि हेल्थ मिनिस्टर डॉ. हर्ष वर्धन ने ट्वीट कर बताया था कि 21 जून को दुनियाभर में एक दिन में सबसे ज्यादा वैक्सीन भारत में लगाई गईं. हालांकि, क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस दावे को खारिज किया था.
दावा
सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे 30 सेकंड के इस वीडियो में सिसोदिया को न्यूजपेपर पर किए गए विज्ञापनों के बारे में बात करते देखा जा सकता है. साथ में वीडियो के साइड विंडो में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के विज्ञापनों को चलाया जा रहा है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने गूगल पर सिसोदिया के विज्ञापनों के बारे में बात करने से जुड़े कीवर्ड डालकर सर्च करके देखे. हमें एक न्यूज आर्टिकल मिला जिसमें उनकी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में बताया गया था. इसमें वो 21 जून वाले वैक्सीनेशन अभियान से जुड़े विज्ञापनों पर बात कर रहे थे.
हमें आम आदमी पार्टी के यूट्यूब चैनल पर इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का पूरा वीडियो मिला. इस वीडियो के 5.33 मिनट पर आप वायरल वीडियो में दिख रहे हिस्से को देख सकते है.
सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर नागरिकों के लिए वैक्सीन खरीदने के बजाय विज्ञापनों पर पैसा बर्बाद करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, ''21 जून को बीजेपी शासित प्रदेशों में पूरे पेज के विज्ञापन पब्लिश किए गए, ताकि ये बताया जा सके कि दुनियाभर का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया.
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने आगे कहा, ‘’उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और कर्नाटक सरकार ने ये विज्ञापन चलाए. ये सभी राज्य बीजेपी शासित हैं. भारत में वैक्सीन नहीं, सिर्फ वैक्सीन के विज्ञापन हैं. आज, हर न्यूजपेपर में 4 से 5 विज्ञापन हैं. अगर केंद्र ने ये पैसा वैक्सीन पर खर्च किया होता, तो हम दुनियाभर से वैक्सीन भी खरीद सकते थे.’’
सिसोदिया ने ये भी कहा कि केंद्र ने दिल्ली सरकार के अधिकारियों को एक 'टूलकिट' भेजा है. और इन विज्ञापनों को जारी कर सरकार के वैक्सीनेशन अभियान की सराहना करने के लिए दबाव डाला जा रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि, "मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार और भाजपा से भी अनुरोध करना चाहता हूं कि लोग विज्ञापन नहीं चाहते, उन्हें वैक्सीन चाहिए."
मतलब साफ है कि मनीष सिसोदिया का एडिटेड वीडियो इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि उन्होंने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की आलोचना की है.
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