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'मेडिसिन जिहाद' बताकर वायरल हैं उन दवाओं के वीडियो, जो भारत में बिकती ही नहीं

कैप्सूल के अंदर निकलती कीलों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है

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सोशल मीडिया पर दो अलग-अलग पैकेट से निकलते कैप्सूल का एक वीडियो वायरल है, जिसमें कैप्सूल के अंदर से कीलें निकलती दिख रही हैं.

क्या है दावा ? : वीडियो को टेक्स्ट के साथ शेयर किया जा रहा है, इसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा "सावधान रहें, जिहाद का एक नया रूप सामने आया है. इसका नाम है 'मेडिसिन जिहाद'. कृपया किसी भी कैप्सूल को खरीदने से पहले उसकी जांच कर लें."

वीडियो 2021 में भी इसी दावे के साथ शेयर किया गया था.

क्विंट की वॉट्सएप टिपलाइन और मेल आइडी पर भी पड़ताल के लिए ये दावा हमें भेजा गया था. ये दावा करते अन्य सोशल मीडिया पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां देखें.

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लेकिन..: वीडियो में दिख रही दवाओं का नाम Esoral 20 mg और Enterofuryl 200 mg है.

  • इनमें से कोई भी दवा ना तो भारत में बनाई जाती है ना ही बेची जाती है.

  • Esoral 20 mg पाकिस्तान और बांग्लादेश में बनाई और बेची जाती है. वहीं Enterofuryl 200 mg दक्षिणपूर्वी यूरोपियाई देश बोसनिया और हर्जेगोविना के पूरे क्षेत्र में बेची जाती है.

हमने ये सच कैसे पता लगाया? : हमने देखा कि वीडियो दो अलग-अलग वीडियो को मिलाकर बनाया गया है. और पहली नजर में देखने पर साफ हो रहा था कि दोनों दवाएं अलग हैं.

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पहला वीडियो

वीडियो में नीले रंग के कैप्सूल का बॉक्स दिखाई दे रहा था. इसमें दवा का नाम 'एसोरल 20 एमजी' कैप्सूल देखा जा सकता है. साथ ही ये भी बताया गया है कि यह एक प्रोटॉन पंप अवरोधक दवा है. यानी ऐसी दवा जो पेट में एसिड बनने से रोकती है.

हमें यूट्यूब पर इस वीडियो का और क्लियर वर्जन मिला.

पैक के पीछे, यह दिखाया गया है कि दवा सिटी फार्मास्युटिकल लेबोरेटरीज में बनी है. ये भी देखा जा सकता है कि ये लैब पाकिस्तान के कराची में है.

हमने कंपनी का नाम गूगल पर सर्च किया. पता चला कि ये पाकिस्तान के कराची में स्थित है.

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क्या ये दवा भारत में उपलब्ध है ? : गूगल पर दवा का नाम सर्च करने पर हम बांग्लादेश की Eskayef Pharmaceuticals Limited नामक कंपनी की वेबसाइट पर पहुंचे. वेबसाइट पर यही दवा हमें मिली.


यहां बताया गया है कि कंपनी की चार जगहों पर प्रोडक्शन करती है. ये सभी बांग्लादेश में हैं.

  • हमें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे पुष्टि होती हो कि Eskayef Pharmaceuticals' Esoral 20 mg भारत में बनाई जाती है.

  • इस दवा में कील पाई गई थी, ये बताती कोई विश्वसनीय रिपोर्ट भी हमें नहीं मिली.

  • हालांकि, वायरल वीडियो सबसे पहले कहां से इंटरनेट पर आया, इसकी पुष्टि हम नहीं कर सके.

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दूसरा वीडियो

गूगल पर दावे से जुड़े कीवर्ड सर्च करने पर हमें दूसरे वीडियो का क्लियर वर्जन भी मिल गया.

  • हमें फरवरी 2021 में पब्लिश हुआ यूट्यूब का शॉर्ट मिला, जिसमें सिरिलिक लिपि में एक नाम लिखा हुआ है.

  • गूगल लैंस की मदद से हमने दवा का नाम सर्च किया. ट्रांसलेट करने पर पता चला कि दवा का नाम 'Enterofuril 200 mg' है,

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ये दवा कहां बनती है? : गूगल सर्च से हमें पता चला कि दवा का नाम एंटरोफ्यूरिल है और ये कहा बोस्नालीजेक (Bosnalijek) नामक कंपनी बनाती है.

कंपनी की वेबसाइट पर बताया गया है कि यह बोसनिया और हर्जेगोविना में स्थित है. यानी भारत में इसका कोई ऑफिस नहीं है.

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क्या भारत में Enterofuryl मिलती है ? : नहीं, ये Bosnalijek कंपनी ना तो भारत में ये दवा बनाती है ना ही भारत में बेचती है.

  • पिछली दवा की तरह, हमें कहीं भी एंटरोफ्यूरिल कैप्सूल में कील होने की कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली.

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निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर किया जा रहा ''मेडिसिन जिहाद'' से जुड़ा दावा भ्रामक है. जिन दवाओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं, वो भारत में नहीं मिलतीं.

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(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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