पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले कोलकाता में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान एक्टर मिथुन चक्रवर्ती भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए. इसके बाद से ही मिथुन के नाम से बने कई फेक ट्विटर अकाउंट सामने आए हैं.
यहां पर कुछ ऐसे फेक ट्विटर खातों पर नजर डालते हैं जो मिथुन चक्रवर्ती के नाम से बनाए गए हैं.
एंटी मुस्लिम ट्वीट और भ्रामक जानकारी
बीजेपी के प्रचारक मिथुन के नाम से बने एक फेक अकाउंट (@mithun_da_) पर हमारी नजर गई. ये आर्टिकल लिखते समय तक इस अकाउंट पर 29800 फॉलोवर थे. इस अकाउंट से नियमित रूप से बीजेपी और कट्टर हिंदुत्व की प्रशंसा और मुसलमानों के खिलाफ ट्वीट किए जाते हैं.
हाल ही में विवादित ‘टूलकिट’ मामले में जमानत पर रिहा क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को लेकर भी इस अकाउंट से गलत जानकारी वाले ट्वीट किए गए थे.
इस अकाउंट से ट्वीट कर गलत जानकारी फैलाई गई थी कि दिशा रवि 'सिंगल मदर' हैं. इसके अलावा दिशा रवि की उम्र को लेकर भी गलत तरीके से तंज कसते हुए लिखा गया था कि उसकी उम्र गिरफ्तारी के लिए कम है लेकिन बिना शादी के बच्चे को पाल सकती है.
क्विंट के साथ-साथ कई फैक्ट चेक वेबसाइट ने इस दावे को खारिज किया था. दिशा रवि सिंगल मदर नहीं हैं. दरअसल उनकी मां सिंगल मदर हैं.
इस अकाउंट से साल 2019 की लेफ्ट फ्रंट की रैली की फोटो को कोलकाता में हाल में आयोजित पीएम मोदी की ब्रिगेड परेड ग्राउंड रैली बताकर ट्वीट किया गया था.
हमें कैसे पता चला कि ये एक फेक अकाउंट है?
हमने इस अकाउंट के पुराने ट्वीट पर आए जवाबों को ध्यान से देखा. हमने पाया कि जिन यूजर्स ने इस अकाउंट के ट्वीट को जावब दिया था उन्होंने ‘Sonuniga_M’ नाम के यूजर को जवाब दिया था.
ये अकाउंट सिंगर सोनू निगम के नाम से बनाया गया था. लेकिन अब ये मौजूद नहीं है. इसे हटा लिया गया है.
इसके बाद, हमने मिथुन के नाम से चलाए जा रहे इस अकाउंट की ट्विटर आईडी (1281894502274265089) देखी और पाया कि इसी आईडी से (@Sonuniga_M) नाम के हैंडल से ट्वीट किए गए थे.
दूसरे फेक अकाउंट
मिथुन के नाम से बना एक और फेक अकाउंट है, जिसका ट्विटर यूजर नेम @M_Chakraborty16. आर्टिकल लिखते समय तक इसके 30,000 से ज्यादा फॉलोवर थे. इस अकाउंट से भी एंटी मुस्लिम नफरत फैलाने वाला कंटेंट और गलत जानकारी शेयर की जाती है.
इस अकाउंट से कोरोना वैक्सीन को लेकर भी गलत जानकारी शेयर की गई थी. ट्वीट करके लिखा गया था कि भारत सरकार दुनिया की किसी भी सरकार की अपेक्षा सबसे सस्ती वैक्सीन उपलब्ध करा रही है. क्विंट की वेबकूफ टीम ने इस दावे की भी पड़ताल कर इसे खारिज किया था.
हमने पड़ताल में ये अकाउंट भी फर्जी पाया.
एक यूजर ने ट्वीट पर कमेंट कर बताया था कि ये अकाउंट फेक है. इसका यूजरनेम पहले @SwetaaSinghAT था.
इसके बाद हमने @SwetaaSinghAT को ट्विटर पर ढूंढा और कई कमेंट देखे जिसमें @M_Chakraborty16 को टैग किया गया था. ये कमेंट अब मिटाए गए ट्वीट के नीचे दिख रहे हैं.
दिलचस्प बात ये है कि इस अकाउंट से 7 मार्च के पहले किए गए ऐसे सभी ट्वीट हटा गिए गए हैं.
मिथुन के नाम से बना एक और फेक अकाउंट पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले सामने आया है. @MithunChakBJP नाम से बने इस अकाउंट को पहले @PMOIndiaArmy यूजरनेम के साथ चलाया जा रहा था. इस अकाउंट के 9000 फॉलोवर हैं.
मतलब साफ है कि पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले एक्टर मिथुन चक्रवर्ती के नाम से बने कई फेक अकाउंट सामने आ रहे हैं. इन अकाउंट से सिर्फ गलत जानकारी ही नहीं फैलाई जा रही, बल्कि एक समुदाय के बारे में नफरत फैलाने वाले पोस्ट भी किए जा रहे हैं.
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