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भगवा झंडे का अपमान करने पर राजस्थान में विधायक की हुई पिटाई? गलत है दावा

विधायक रामकेश मीणा का पीछा करती भीड़ का ये वीडियो 3 साल पुराना है. इसका हाल की झंडे वाली घटना से कोई संबंध नहीं है.

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें भीड़ एक शख्स का पीछा करते हुए और पिटाई करते हुए दिख रही है. वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जिस शख्स की पिटाई हो रही है वो राजस्थान के गंगापुर शहर के विधायक रामकेश मीणा हैं. विधायक की पिटाई इसलिए हुई, क्योंकि उन्होंने राजस्थान में एक किले के ऊपर फहराए गए भगवा झंडे को हटवा दिया.

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हालांकि, हमने पाया कि इस वीडियो का हाल की उस घटना से कोई संबंध नहीं है, जब जयपुर के आमागढ़ किले के ऊपर से विधायक की उपस्थिति में भगवा झंडा हटा दिया गया था. ये वीडियो अप्रैल 2018 का है जब राजस्थान में एससी-एसटी एक्ट में बदलाव को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने मीणा की पिटाई कर दी थी.

दावा

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो को हिंदी और अंग्रेजी के कैप्शन के साथ शेयर किया है. कैप्शन में लिखे दावे के मुताबिक इस वीडियो का संबंध हाल में ही झंडा हटाने के मुद्दे से संबंधित है. लोगों ने दावे में लिखा है कि विधायक रामकेश मीणा ने भगवा झंडा हटवा दिया, जिस वजह से सनातनियों ने उन्हें पीटा.

विधायक रामकेश मीणा का पीछा करती भीड़ का ये वीडियो 3 साल पुराना है. इसका हाल की झंडे वाली घटना से कोई संबंध नहीं है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

आर्टिकल लिखते समय तक सुबोध शर्मा नाम के एक यूजर के इस पोस्ट को फेसबुक पर करीब 16800 से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है.

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फेसबुक पर ऐसे ही दावों के आर्काइव आप यहां और यहां, इसके अलावा ट्विटर पर किए गए दावों के आर्काइव यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

InVID टूल का इस्तेमाल कर हमने वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उन पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा.

हमें यूट्यूब पर अप्रैल 2018 में अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. इसका टाइटल 'पूर्व विधायक रामकेश मीना को गंगापुर सिटी में दौड़ा दौड़ाकर पीटा' था.

हमने गूगल पर टाइम का फिल्टर लगाकर और बताई गई लोकेशन को कीवर्ड के साथ जोड़कर फिर से गूगल पर सर्च करके देखा. हमें 7 अप्रैल 2018 की News18 की एक रिपोर्ट मिली. जिसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट इस्तेमाल किया गया था.

विधायक रामकेश मीणा का पीछा करती भीड़ का ये वीडियो 3 साल पुराना है. इसका हाल की झंडे वाली घटना से कोई संबंध नहीं है.

ये रिपोर्ट 2018 में पब्लिश हुई थी

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/News 18)

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इस रिपोर्ट के मुताबिक, मीणा के निर्वाचन क्षेत्र गंगापुर शहर में लोग 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान एससी/एसटी एक्ट में किए गए बदलावों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.

विरोध उस समय उग्र हो गया जब कुछ उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी शुरू कर दी.

रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रोटेस्ट का हिस्सा रहे रामकेश मीणा उपद्रवियों को समझाइश के लिए पहुंचे थे. मगर उपद्रवियों ने रामकेश मीणा की एक नहीं सुनी बल्कि गुस्साई भीड़ ने रामकेश मीणा पर ही हमला कर दिया और उनके कपड़े फाड़ दिए.

क्विंट ने सवाई-माधोपुर पुलिस की जिला विशेष शाखा के एएसआई मोहन लाल से बात की. उन्होंने पुष्टि की कि ये वीडियो पुराना है.
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उन्होंने बताया कि हाल में रामकेश मीणा की मौजूदगी में किले से भगवा झंडा हटा दिया गया था. लेकिन, ये घटना हिंसक नहीं हुई. हालांकि, विधायक से नाराज स्थानीय लोग प्रोटेस्ट की योजना बना रहे थे.

हाल में किले से हटाया गया था झंडा

23 जुलाई को राजस्थान में मीणा समुदाय के कुछ लोगों ने विधायक रामकेश मीणा की उपस्थिति में जयपुर के आमागढ़ किले से भगवा झंडा हटाया था.

मीणा समुदाय के लोग इस किले को अपनी अपनी ऐतिहासिक धरोहर मानते हैं. समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सदस्यों ने वहां झंडा लगाया. इससे स्थानीय लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं.

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रामकेश मीणा ने इस घटना को लेकर ट्वीट करके कहा कि किले में आदिवासियों को खून-पसीना शामिल है. उन्होंने कहा कि उनकी विरासत के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. और इस तरह के दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

हालांकि, ये स्पष्ट है कि ये वीडियो पुराना है और इसकी हाल की घटना से कोई संबंध नहीं है.

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