सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें पीएम मोदी की तस्वीर वाली एक होर्डिंग दिख रही है और उस होर्डिंग में "Modi No Entry" लिखा हुआ है.
क्या है दावा?: इस फोटो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये होर्डिंग हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की राजस्थान (Rajasthan) में हुई जनसभा के पहले लगाए गए थे.
सिया चौधरी नाम के एक यूजर ने इस फोटो को #Modi_Go_Back के साथ शेयर करते हुए लिखा, ''ये राजस्थान है, गुजरात समझे थे क्या''.
स्टोरी लिखते समय तक इस पोस्ट को 90000 से ज्यादा व्यू मिल चुके हैं. कई यूजर्स ने इस फोटो को ऐसे ही दावे से शेयर किया है.
(ऐसे और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)
बता दें कि केंद्र सरकार के 9 साल पूरे हुए हैं. साथ ही, राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में पीएम मोदी ने राजस्थान के पुष्कर और अजमेर का 31 मई को दौरा किया है.
सच क्या है?: न तो ये फोटो राजस्थान की है और न ही हाल में ऐसी कोई होर्डिंग लगाई गई है.
ये फोटो फरवरी 2019 की है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आंध्र प्रदेश में तब पीएम मोदी के दौरे के पहले ये होर्डिंग लगाई गई थी.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें The News Minute की वेबसाइट पर पब्लिश एक रिपोर्ट में यही तस्वीर मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी के दौरे से पहले आंध्र प्रदेश के गुंटूर और विजयवाड़ा के आसपास कई जगहों पर ये होर्डिंग लगाई गई थीं.
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि इन होर्डिंग में पीएम मोदी की सिर झुकाए फोटो का इस्तेमाल किया गया है. साथ ही, इनमें "Modi No Entry" टेक्स्ट लिखा गया है.
Times Now की रिपोर्ट के मुतबिक, पीएम मोदी को 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले गुंटूर में एक रैली को संबोधित करना था. उसके पहले ये होर्गिंग लगाई गई थीं.
निष्कर्ष: साफ है कि पीएम मोदी के विरोध में 4 साल पहले आंध्र प्रदेश में लगाई गई होर्टिंग की फोटो उनके हालिया राजस्थान दौरे से जोड़कर गलत दावे से शेयर की जा रही है.
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