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पाकिस्तान के कहने पर भारत सरकार ने नहीं किया था मोहम्मद रफी का ये गाना बैन

दावा किया गया कि 'जौहर इन कश्मीर' फिल्म का मोहम्मद रफी का गाया गाना पाकिस्तान ने भारत से कहके बैन करवाया था.

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दिवंगत गायक मोहम्मद रफी (Mohammad Rafi) का एक गाना 'जन्नत की है तस्वीर ये' सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. वीडियो शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि इस गाने पर पाकिस्तान (Pakistan) को आपत्ति हुई थी और उसने भारत सरकार से इसे हटाने के लिए कहा था, जिसके बाद इस पर बैन लगा दिया गया था.

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हालांकि, ये दावा झूठा है. ये गाना 1966 में आई फिल्म 'जौहर इन कश्मीर' का गाना है और इसे बैन नहीं किया गया था. सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने फिल्म के कई हिस्सों में कैंची चलाई थी. वायरल दावे के साथ शेयर किए जा रहे इस गाने में 'हाजी पीर' शब्द को भी किसी दूसरे शब्द से बदला गया था.

दावा

गाने का वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है, "कहते हैं मोहम्मद रफी के गाए इस गाने पर पाकिस्तान को आपत्ति हुई और उसने भारत सरकार से इस गाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया था और हमारी सरकार ने उस समय इस गाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, यह एक दुर्लभ गीत है, शायद आपने कभी सुना नहीं होगा, एक बार पूरा सुने"

दावा किया गया कि 'जौहर इन कश्मीर' फिल्म का मोहम्मद रफी का गाया गाना पाकिस्तान ने भारत से कहके बैन करवाया था.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

'Step up J sir' नाम के यूजर के इस पोस्ट को आर्टिकल लिखते समय तक एक करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

इसी दावे के साथ शेयर किए गए और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने गाने के 'जन्नत की है तस्वीर' शब्दों को कीवर्ड की तरह इस्तेमाल करके देखा. हमें यूट्यूब पर एक वीडियो मिला. इसके डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, 'जन्नत की है तस्वीर ये' नाम का ये गीत 'जौहर इन कश्मीर' फिल्म का गाना है, जो 1966 में रिलीज हुई थी.

यहां से क्लू लेकर, हमने भारत में इस गाने पर बैन से जुड़ी रिपोर्ट सर्च की, लेकिन हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली.

इसके बाद हमने गूगल पर एडवांस्ड सर्च का इस्तेमाल कर उन डॉक्युमेंट्स को देखा, जिनमें "johar in kashmir" शब्दों का इस्तेमाल हुआ हो. इसके लिए, हमने सर्च टर्म के तौर पर 'central board of film certification' का भी इस्तेमाल किया.

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सर्च करने पर हमें 17 दिसंबर 1966 का Gazette of India नाम का डाक्यूमेंट मिला. इस डाक्यूमेंट में कई भारतीय और इंटरनेशनल फिल्मों के लिए रिकमेंड किए गए एडिट और कट के बारे में लिस्ट थी, जिसमें विस्तार से जानकारी दी गई थी.

इस डॉक्युमेंट के मुताबिक, पांचवी रील में "हाजी पीर" शब्द को इस गाने से हटाया गया था.

दावा किया गया कि 'जौहर इन कश्मीर' फिल्म का मोहम्मद रफी का गाया गाना पाकिस्तान ने भारत से कहके बैन करवाया था.

डाक्यूमेंट के मुताबिक, गाने से दो शब्द हटाने के निर्देश दिए गए थे.

(सोर्स: Gazette of India/Altered by The Quint)

हमने म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'Gaana' पर गाने को सुना और पाया कि जिन शब्दों को हटाने से जुड़ी जानकारी डॉक्यूमेंट में दी गई थी, वो शब्द गाने में मौजूद नहीं थे.

इसके अलावा, ऑनलाइन मौजूद इस गाने के हिंदी और इंग्लिश वर्जन वाले लिरिक्स में न तो 'हाजी पीर' शब्द है और न ही 'लाहौर' शब्द से शुरू होने वाली कोई लाइन.

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मतलब साफ है कि 1966 में आई फिल्म 'जौहर इन कश्मीर' का गाना 'जन्नत की है तस्वीर' भारत में बैन नहीं किया गया था.

सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने फिल्म के कुछ हिस्से हटवा दिए थे, जिसमें से इस गाने में इस्तेमाल किए गए दो शब्दों को भी हटाया गया था.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

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