(एडिटर्स नोट: ये स्टोरी पहली बार 8 अगस्त 2022 को पहली बार पब्लिश हुई थी. फिर से कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर कर ये गलत दावा किया जा रहा है कि वीडियो में जो शख्स पिटाई करता दिख रहा है वो ज्ञानपुर से बीजेपी विधायक विपुल दुबे है. इसलिए, हम इस स्टोरी को फिर से पब्लिश कर रहे हैं)
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग एक शख्स को पीटते दिख रहे हैं. वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि शख्स के साथ मारपीट करने वाला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का नेता है. और पीड़ित रीवा के एक गांव का पंचायत सेक्रेटरी है.
हालांकि, हमने पाया कि वायरल दावा झूठा है. वीडियो अप्रैल में भी शेयर किया चुका है. ये वीडियो एमपी का नहीं, बल्कि यूपी के शाहजहांपुर का है. पुलिस ने आरोपियों की पहचान करके एफआईआर दर्ज कर ली थी.
मुख्य आरोपी की पहचान शाहजहांपुर के एक स्थानीय दबंग प्रतीक तिवारी के रूप में हुई थी और पीड़ित की पहचान राजीव भारद्वाज के रूप में. तिवारी ने भारद्वाज को इसलिए पीटा था क्योंकि पीड़ित उन लड़कों के बारे में जानकारी नहीं दे पाया था जो तिवारी के लिए काम करते थे.
दावा
वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा गया, "मध्य प्रदेश के रीवा में पंचायत सचिव ने हिस्सा नहीं पहुंचाया तो भाजपा के जोशीले नेता जी ने पंचायत सचिव को बेरहमी से पीटा उठक बैठक लगवाई और मुर्गा बनाकर रखा गया है".
पड़ताल में हमने क्या पाया
वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल कर हमने वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
सर्च रिजल्ट में हमें क्विंट हिंदी पर पब्लिश एक स्टोरी मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक, पिटाई करने वाले शख्स का नाम प्रतीक तिवारी है. प्रतीक शाहजहांपुर का एक स्थानीय दबंग है. हमें कई दूसरी न्यूज रिपोर्ट्स भी मिलीं, जिनमें हमले की इस घटना के बारे में बताया गया था.
रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया था कि समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी इस वीडियो को शेयर किया गया था. हमने समाजवादी पार्टी की ओर से किए गए ट्वीट को भी देखा. हमें 16 अप्रैल को शाहजहांपुर पुलिस की ओर से दी गई प्रतिक्रिया भी मिली.
ट्वीट में, एएसपी संजय कुमार ने कहा कि मुख्य आरोपी प्रतीक तिवारी ने राजीव भारद्वाज से मारपीट की.
कुमार ने कहा, ''पीड़िता को इसलिए पीटा गया क्योंकि वो तिवारी के यहां काम करने वाले किसी लड़के के बारे में बता नहीं पाया था. तिवारी और पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.''
हमें 16 अप्रैल 2022 (354) को शाहजहांपुर के सदर बाजार पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर की कॉपी मिली. इसके मुताबिक, वीडियो पहली बार जब वायरल हुआ था, घटना उससे भी एक महीने पहले की है. प्रतीक तिवारी और समित्तर नाम के आरोपी के खिलाफ नामजद और 4 अन्य अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 323 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
हमने कीवर्ड के जरिए ऐसी न्यूज रिपोर्ट्स सर्च करने की कोशिश की, जिनमें किसी पंचायत सेक्रेटरी पर बीजेपी नेता के हमले के बारे में जानकारी हो, लेकिन हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली.
मतलब साफ है, उत्तर प्रदेश का एक पुराना वीडियो इस झूठे दावे से शेयर किया गया कि एमपी में एक बीजेपी नेता ने पंचायत सेक्रेटरी की पिटाई की.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)