ADVERTISEMENTREMOVE AD

ईद से जोड़कर वायरल हो रहा गुरुग्राम का ये भड़काऊ वीडियो पुराना है

वीडियो का रमजान या ईद से कोई भी संबंध नहीं है, इसका संबंध बीते साल हुई नूह हिंसा से है.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें हिंदूवादी संगठन के कुछ लोगों से मुस्लिम समुदाय के लोगों का बहिष्कार करने की अपील की जा रही है. इसे ईद से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

वीडियो के बारे में: वायरल वडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है कि, "ईद की खरीदारी करने से पहले यह वीडियो ध्यान से देख ले, वीडियो ज्यादा से ज्यादा वायरल और शेयर करो." यह वीडियो पुराना है. इसका हाल ही की घटना से कोई संबंध नहीं है.

(ऐसे ही अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)

ADVERTISEMENTREMOVE AD

वीडियो पुराना: इस वीडियो को ईद के मौके पर शेयर किया जा रहा है, लेकिन ये ना तो हाल का है ना ही इसका ईद से कोई संबंध है. ये वीडियो पिछले साल नूंह में हुए सांप्रदायिक टकराव के बाद गुरुग्राम में भड़की हिंसा के वक्त का है. इस दौरान सच में कुछ संगठनों ने भड़काऊ भाषण देते हुए दुकानों में काम करने वाले मुस्लिमों को काम से निकालने की मांग की थी.

हमनें सच का पता कैसे लगाया ? हमनें इस वीडियो को गूगल के INVID एक्सटेंशन की मदद से कई कीफ्रेम में बांट दिया. इन कीफ्रेम पर हमने रिवर्स इमेज सर्च का इस्तेमाल किया.

हमें National Herald का एक आर्टिकल मिला, जिसमें इस वीडियो के विजुअल नजर आ रहे थे.

इस वीडियो का टाइटल था - 'नूह हिंसा: वीडियो में हिंदू संगठनों को गुरुग्राम में मुस्लिम विक्रेताओं के बहिष्कार की मांग करते हुए देखा गया' (अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद)'

The News Minute ने भी इस खबर को कुछ इसी हैडलाइन के साथ छापा था. जिसको आप यहां पड़ सकते हैं.

न्यूज एजेंसी IANS के हवाले से कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स ने इस वीडियो के गुरुग्राम के होने की पुष्टि की है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

निष्कर्ष: वायरल वीडियो अगस्त 2023 का है. इसे ईद की शॉपिंग के साथ जोड़कर बिना संदर्भ के शेयर किया जा रहा है.

(अगर आपक पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×