सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें सड़क पर नमाज अदा करते हुए लोग दिख रहे हैं. फोटो शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि मुंबई (Mumbai) के बांद्रा रेलवे स्टेशन (वेस्ट) में सड़क पर नमाज अदा की जा रही है.
फोटो को महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार पर तंज कसते हुए शेयर किया जा रहा है. दावे में कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार सड़क पर नमाज अदा करने की अनुमित दे रही है, लेकिन राज्य में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने की अनुमति नहीं है.
ये दावा ऐसे समय में किया जा रहा है जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) पार्टी के नेता राज ठाकरे ने कहा है कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर में अजान के जवाब में लाउडस्पीकर में हनुमान चालीसा बजाएंगे.
हालांकि, हमने पाया कि वायरल फोटो 2012 की है जिसे राज्य में चल रहे लाउडस्पीकर विवाद से जोड़ गलत दावे से शेयर किया जा रहा है. इसके अलावा, 2012 में राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार थी और तब राज्य के सीएम पृथ्वीराज चव्हाण थे.
दावा
फोटो शेयर कर कैप्शन में लिखा गया, ''मुंबई का बांद्रा रेलवे स्टेशन (वेस्ट), लेकिन हनुमान चालीसा की अनुमति नहीं है. हनुमान चालीसा घर पर पढ़ें, क्योंकि सड़कें जाम हैं.''
पड़ताल में हमने क्या पाया
फोटो को Yandex पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें Getty Images पर यही फोटो मिली.
ये फोटो 17 अगस्त 2012 को ली गई थी. इसके कैप्शन में लिखा था, ''मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर, रमजान के आखिरी शुक्रवार 17 अगस्त 2012 को भारतीय मुस्लिम नमाज अदा करते हुए. दुनियाभर के मुसलमान ईद-उल-फितर मनाने की तैयारी कर रहे हैं. ईद रोजा वाले महीने रमजान के आखिर में होती है.''
फोटो का क्रेडिट AFP के पुनीत परांजपे को दिया गया था.
इसके अलावा, 2012 में राज्य के सीएम कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण थे (11 नवंबर 2010 से 26 सितंबर 2014 तक).
मतलब साफ है, नमाज अदा करते लोगों की 10 साल पुरानी फोटो, मौजूदा लाउडस्पीकर विवाद से जोड़कर गलत दावे से शेयर की जा रही है.
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