सोशल मीडिया पर महाभारत से संबंधित एक विवादास्पद फोटो शेयर हो रही है. इसे शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि ई-कॉमर्स वेबसाइट Myntra ने भारतीय देवताओं का अपमान किया है.
फोटो में दुशासन द्रौपदी का चीरहरण करता हुआ दिख रहा है और भगवान कृष्ण स्मार्टफोन में ई-कॉमर्स वेबसाइट Myntra पर ज्यादा लंबी साड़ियों की खरीदारी करते हुए नजर आ रहे हैं.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि वायरल फोटो 5 साल पुरानी है. इसे Myntra ने नहीं, बल्कि साल 2016 में ScrollDroll नाम की एक वेबसाइट ने बनाया था.
उस दौरान भी सोशल मीडिया पर Myntra के बहिष्कार से जुड़े हैशटैग ट्रेंड हुए थे और बहुत से यूजर्स ने वेबसाइट के ऐप्लीकेशन को अनइंस्टॉल करने के लिए भी पोस्ट किए थे. जिसके बाद, Myntra ने स्पष्ट किया था कि उनका इस फोटो से कोई संबंध नहीं है.
दावा
सोशल मीडिया पर #BoycottMyntra के साथ शेयर हो रही इस फोटो को यूजर्स ने हिंदू विरोधी और अपमानजनक कहा है. साथ ही, कई लोगों ने कंपनी के ऐप्लिकेशन को अनइंस्टॉल करने की भी बात लिखी है.
ट्विटर पर इस तरह के दावों के साथ शेयर किए गए पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं. इसके अलावा, फेसबुक पर किए गए ऐसे ही दावों के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.
इससे पहले 2016 में भी Myntra के बहिष्कार को लेकर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. 2016 के ऐसे पोस्ट के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने इस विवादास्पद फोटो पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें 26 अगस्त 2016 की कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें इसी फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
इस विवादास्पद फोटो से जुड़ी India Today की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फोटो को ScrollDroll ने फरवरी 2016 में बनाया था.
इस फोटो को 'Indian mythology meets today's digital technology' नाम की एक सीरीज के तहत बनाया गया था. इस सीरीज में Myntra, Uber, Zomato जैसे ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हिंदू देवताओं की फोटो बनाई गई थीं. रिपोर्ट के मुताबिक, ScrollDroll ने इस फोटो को बनाने की जिम्मेदारी ली थी.
इसके अलावा, हमें Times Of India पर भी इस विवादास्पद फोटो को लेकर जो रिपोर्ट मिली, उसमें भी यही बताया गया था कि इस फोटो को ScrollDroll ने बनाया है, जिसका गुस्सा Myntra को झेलना पड़ रहा है.
हमने पब्लिकेशन के सोशल मीडिया हैंडल भी चेक किए. हमें ScrollDroll के 2016 में किए गए ट्वीट मिले, जिसमें पब्लिकेशन ने ग्राफिक की जिम्मेदारी खुद लेते हुए लिखा था कि इसका Myntra से लेना-देना नहीं है.
वायरल फोटो को ध्यान से देखने पर बाईं तरफ सबसे ऊपर ScrollDroll का वॉटरमार्क देखा जा सकता है. इसके अलावा, दाईं ओर सबसे नीचे पब्लिकेशन का वेब ऐड्रेस देखा जा सकता है.
Myntra के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करके ये कहा गया था कि पब्लिकेशन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, जिसके बाद विवादास्पद फोटो को हटा लिया गया था.
मतलब साफ है कि Myntra का इस विवादास्पद फोटो से कोई लेना-देना नहीं है. इसे 2016 में ScrollDroll ने बनाया था, जिस वजह से तब भी लोगों ने Myntra के बहिष्कार की मांग की थी और ये फोटो फिर से उसी गलत दावे से शेयर होने लगी है.
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